Hindi Grammar Varnmala (P-4) हिन्दी वर्णमाला के महत्वपूर्ण प्रश्न व्याख्या सहित
प्रश्न 1. उपवाक्यों के पूर्व और पश्चात् कौन.सा विराम लगता है? A. पूर्ण विराम B. अल्प विराम C. अर्द्ध विराम D. अपूर्ण विराम
व्याख्या : उत्तर - (b) एक ही वाक्य में कई प्रश्नवाचक उपवाक्य हों और सभी एक ही प्रधान उपवाक्य पर आश्रित हों, तब प्रत्येक उपवाक्य के अन्त में अल्पविराम का प्रयोग करने के बाद सबसे अंत में। • पूर्णविराम - संस्कृत, हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं में वाक्य के अन्त में जो विराम चिह्न उपयोग में लाया जाता है उसे पूर्ण विराम कहते हैं। हिन्दी में इसे 'खड़ी पाई' भी कहते हैं। देवनागरी लिपि में इसके लिए चिह्न का प्रयोग होता है। कुछ लोग एवं प्रकाशन इसके स्थान पर रोमन 'फुल स्टॉप' का भी प्रयोग करते हैं। • अर्द्ध विराम - (;)जब किसी वाक्य को कहते हुए बीच में हल्का सा विराम लेना हो पर वाक्य को खत्म न किया जाये तो वहाँ पर अर्द्ध विराम (;) चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। या कहा जाये कि जहाँ पूर्ण विराम की अपेक्षा कम विराम लेना हो और अल्प विराम (,) की अपेक्षा ज्यादा विराम (रुकना) हो वहां अर्द्ध विराम (;) का प्रयोग करते हैं। • अपूर्ण विराम - (:) जब किसी शब्द को अलग दर्शना हो तो वहां उप विराम (अपूर्ण विराम) (:) का प्रयोग किया जाता है।अर्थात जहाँ वाक्य पूरा नहीं होता, बल्कि किसी वस्तु अथवा विषय के बारे में बताया जाता है, वहाँ अपूर्ण विराम-चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन अल्प विराम चिन्ह है? A. (,) B. (;) C. (-) D. (!)
व्याख्या : उत्तर - (a) अल्प विराम - जैसे-प्रिय महोदय, मैं आपका ध्यान इस घटना की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। • अर्ध विराम (;) चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। • योजक चिन्ह Hyphen (–) • आश्चर्यसूचक चिह्न (!)
प्रश्न 3. किन ध्वनियों को अनुस्वार कहा जाता है? A. स्वर के बाद आने वाली नासिक्य ध्वनियाँ B. स्वतन्त्र रूप से उच्चरित ध्वनियाँ C. व्यंजन के बाद आने वाली ध्वनियाँ D. स्वर एवं व्यंजन की संयुक्त ध्वनियाँ
व्याख्या : उत्तर - (a) स्वर के बाद में आने वाली नासिक्य ध्वनियाँ 'अनुस्वार' कहलाती हैं। अन्य विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प 'स्वर के बाद में आने वाली नासिक्य ध्वनियाँ' हैं। अनुस्वार (ं ) - यह स्वर के बाद आने वाला व्यंजन है, जिसकी ध्वनि नासिका विवर से निकलती है। B. स्वतंत्र रूप से बोले जाने वाले वर्ण,स्वर कहलाते हैं। हिन्दी भाषा में मूल रूप से ग्यारह स्वर होते हैं। ग्यारह स्वर के वर्ण : अ,आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ आदि। C. इन्हें "अयोगवाह" कहते हैं। , आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ । इनमें से अ, इ, उ, ए, ओ हरव हैं और आ, ई, ऊ, ऐ, औ दीर्घ हैं । D. संयुक्त स्वर - अर्थात वे दीर्घ स्वर जो अलग-अलग स्वरों से मिलकर बने हों। ये भी संकया में चार हैं- ए(अ+इ), ऐ(अ+ए), ओ(अ+उ), औ(अ+ओ)। संयुक्त व्यंजन - दो या दो से अधिक व्यंजनों के मेल से निर्मित होने वाले व्यंजनों का भी एक वर्ग है जिन्हें संयुक्त व्यंजन कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में चार संयुक्त व्यंजन हैं-क्ष,त्र,ज्ञ तथा श्र,जिनकी निर्मिती इस प्रकार है- क्ष-(क्+ष) त्र-(त्+र) ज्ञ-(ज्+ञ) श्र-(श्+र)
प्रश्न 5. निम्नलिखित में से कौन.सा शब्द अमात्रिक है? A. नचना B. डाकघर C. चटपट D. कोलाहल
व्याख्या : उत्तर - (c) चटपट यहाँ पर दो अक्षर, तीन अक्षर, चार और पांच अक्षर से अमात्रिक शब्द होते है। यह छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 6. निम्न में से किसका चिह्न शून्य होता है? A. हंसपद B. लाघव C. सम्यवादी D. निर्देशक
व्याख्या - उत्तर - (b) किसी बड़े तथा प्रसिद्ध शब्द को संक्षेप में लिखने के लिए उस शब्द का पहला अक्षर लिखकर उसके आगे शून्य (०) लगा देते हैं। यह शून्य ही लाघव-चिन्ह कहलाता है। A. हंसपद (^) या त्रुटिबोधक चिन्ह - जब किसी वाक्य अथवा वाक्यांश में कोई शब्द अथवा अक्षर लिखने में छूट जाता है तो छूटे हुए वाक्य के नीचे हंसपद चिह्न (^) का प्रयोग कर छूटे हुए शब्द को ऊपर लिख देते हैं। राम कल ^ जायेगा। C. निर्देशक चिह्न - निर्देशक चिन्ह ( ― ) का प्रयोग विषय, विवाद, सम्बन्धी, प्रत्येक शीर्षक के आगे, उदाहरण के पश्चात, कथोपकथन के नाम के आगे किया जाता है । इसको रेखा चिन्ह ( ― ) के नाम से भी जाना जाता है । उदाहरण : जैसे ― अनार, आम, संतरा । उदाहरण : अध्यापक ― तुम जा सकते हो ।
प्रश्न 7. माननीय श्री कामता प्रसाद ने विराम चिह्नों की संख्या को कितनी मानी है? A. 33 B. 40 C. 20 D. 25
व्याख्यान : उत्तर - (c) विराम चिन्ह- प्रकार,20 प्रकार के विराम चिन्ह,हिंदी के विद्वान कामता प्रसाद गुरु के अनुसार हिंदी में प्रयुक्त होने वाले प्रमुख विराम चिन्ह इस प्रकार हैं- 1.पूर्ण विराम (।) 2.अर्ध विराम (;) 3.अल्पविराम (,) 4.प्रश्नवाचक (?) 5.विस्मय वाचक/आश्चर्य चिन्ह (!) 6.निर्देशक / संयोजक चिन्ह (–) 7.अवतरण / उद्धरण चिन्ह (' ') (" ") 8.योजक (-) 9.विवरण चिन्ह (:-) 10.कोष्टक (..)[..] {..} 【..】 11.लाघव / संक्षेप सूचक (०) 12.हंस पद,त्रुटिबोधक चिन्ह (^) 13.समतामूलक / तुल्यता (=) 14.दीर्घ उच्चारण चिन्ह (S) 15.उप विराम /अपूर्ण विराम (:) 16.लोप चिन्ह (..., +++,*) 17.पुनरुक्ति सूचक (,, ,,) 18.समाप्ति सूचक (–०–,–,–×–) 19.टीका सूचक(*,+,+,2) 20.पाद बिंदु(÷)
प्रश्न 8. हिन्दी शब्द कोश के अनुसार संतान, सकल,सचल, सक्षम शब्दों का सही क्रम है ? A. सकल, सचल, संतान,सक्षम B. सचल, सकल, संतान, सक्षम C. सक्षम, संतान, सकल, सचल D. सचल, सक्षम, संतान, सकल
व्याख्यान : उत्तर - (d) इस प्रश्न का सही उत्तर है - सचल, सक्षम, संतान, सकल
प्रश्न 9. विस्मयादिबोधक चिह्न का प्रयोग कहाँ किया जाता है? A. विषाद, विस्मय, घृणा B. आहलादसूचक शब्दों के अंत में C. सादर बड़ों के सम्बोधन में D. उक्त सभी
व्याख्यान : उत्तर - (d) विस्मयादिबोधक चिन्ह (!) विस्मयादिबोधक जिन वाक्यों में आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा आदि के भाव व्यक्त होँ, उन्हें विस्मय बोधक वाक्य कहते है। इन वाक्यों में सामान्यतः विस्मयादिबोधक चिह्न (!) का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 10. स्वरों की सहायता से उच्चरित वर्ण को कहते हैं ? A. अर्थ B. व्यंजन C. स्वर D. शब्द
व्याख्यान : उत्तर - (b) व्यंजन (Consonant):- जिन वर्णो को बोलने के लिए स्वर की सहायता लेनी पड़ती है उन्हें व्यंजन कहते है। दूसरे शब्दो में- व्यंजन उन वर्णों को कहते हैं, जिनके उच्चारण में स्वर वर्णों की सहायता ली जाती है। जैसे- क, ख, ग, च, छ, त, थ, द, भ, म इत्यादि।!!
प्रश्न 11. क, ख, ज़, फ़ ध्वनियाँ किसकी हैं? A. अरबी.फारसी की B. उर्दू की C. अंग्रेजी की D. गुजराती की
व्याख्यान : उत्तर - (a) हिंदी में क, ख और ग का उच्चारण जिस स्थान (कण्ठ) से होता है, उसके और नीचे (गले) से अरबी में इन ध्वनियों का उच्चारण होता है। इनका मूल उच्चारण दिखाने के लिए क, ख, ग के नीचे नुक्ता लगा कर क़, ख़, ग़ के रूप में अरबी की ये ध्वनियां लिखी जाने लगीं। ज़ और फ़ फारसी की ध्वनियां हैं। ये संघर्षी ध्वनियां हैं। • अंग्रेज़ी भाषा में कितने वर्ण और ध्वनियाँ होती हैं? अंग्रेजी भाषा में 26 वरण और उनमें से 5 ध्वनियाँ a,e,i,o,u जिन को अंग्रेजी मे vowels कहते हैं। क्या यह आपके समय के हिसाब से उपयुक्त था? भारत में कितनी भाषाए है?
प्रश्न 12. वर्णमाला किसे कहते हैं? A. दो मालाओं को B. वर्गों के विविध रूपों को C. वणों के व्यवस्थित समूह को D. उक्त सभी को
व्याख्या : उत्तर - (c) वर्णों के व्यवस्थित समूह को किसी भी भाषा की अभिव्यक्ति ध्वनियों के माध्यम से जानने को मिलती है। जब हम जो बोलते हैं उसे ध्वनि कहा जाता है। इसी के माध्यम से हम अपने विचारों और भावनाओं को प्रकट करते हैं और सामने वाले व्यक्ति तक पहुंचाते हैं।
प्रश्न 13. इनमें से ओ का उच्चारण स्थान कौन.सा है? A. कण्ठ.ओष्ठ B. दन्त्य.ओष्ठ C. मूर्द्धा D. तालु
व्याख्यान : उत्तर - (a) किसी भी वर्ण के उच्चारण के लिए मुख के विभिन्न भागों का सहारा लेना पड़ता है। मुख के जिस भाग (अवयव) से वर्ण का उच्चारण किया जाता है, वह भाग उस वर्ण का उच्चारण स्थान कहलाता है उच्चारण स्थान मुख्यता अच्छा है—(1) कंठ। (3) मुर्दा (तालु के ऊपरी भाग) (2) तालु। (4) दंत (दांत) (5) ओष्ठ (ओंठ )। (6) नासिका (नाक)। उच्चारण-स्थान के आधार पर सभी वर्णों का वर्गीकरण किया गया है, जो निम्नलिखित हैं— 1. कंठ्य–जिनका उच्चारण कंठ से हो वे कंठ्य वर्ण है। जैसेअ, आ, क-वर्ग, विसर्ग तथा ह। 2.तालव्य—जिनका उच्चारण तालु से हो वे तालव्य वर्ण हैं। जैसेवर्ग य तथा श। 3.मूध्र्दन्य—जिनका उच्चारण मूर्द्धा से हो वे मूर्द्धन्य वर्ण है। जैसे ट-वर्ग, र तथा ष । 4.दंत्य—जिनका उच्चारण दाँत से हो वे देत्य वर्ण है। जैसे—त-वर्ग, ल और से। 5. ओठ्य— जिनका उच्चारण ओठ से हो वे ओष्ठ्य वर्ण है। उ, ऊ तथा प-वर्ग । 6. अनुनासिक— जिनका उच्चारण मुख और नाक से हो वे अनुनासिक वर्ण हैं। जैसे—पंचमाक्षर (ङ, ञ, ण, न, म), अनुस्वार और चन्द्रबिंदु 7. कंठ— तालव्य जिनका उच्चारण कंठ और तालु से हो वे कंठ-तालव्य वर्ण हैं। जैसे—ए तथा ऐ । 8. कंठौष्ठ्य—जिनका उच्चारण कंठ और ओष्ठ से हो वे कंठौष्ठ्य वर्ण हैं। जैसे— ओ तथा औ । 9. दंतौष्ठ्य–जिसका उच्चारण दंत और ओष्ठ से हो वह दंतौष्ठ्य वर्ण है। जैसे—व
प्रश्न 15. निम्नलिखित वाक्यों में से किस शब्द के द्वित्व व्यंजन है? A. काशी B. प्रयाग C. दिल्ली D. पटना
व्याख्या : उत्तर - (c) जब दो समान व्यंजनों का प्रयोग साथ-साथ हो और उनमें से एक हलंत हो, तो उसे द्वित्व व्यंजन कहते हैं। जैसे - दिल्ली, रस्सी, खट्टा आदि।
प्रश्न 16. महाप्राण ध्वनियाँ व्यंजन वर्ग में किससे सम्बन्धित हैं? A. पहला, दूसरा B. दूसरा, चौथा C. पहला, तीसरा D. दूसरा, तीसरा
व्याख्यान : उत्तर - (b) महाप्राण ध्वनियाँ व्यंजन वर्ग में दूसरा, चौथा वर्ण से सम्बन्धित हैं?
प्रश्न 17. जिस वर्ण के उच्चारण में तिगुना समय लगे उसे क्या कहते हैं? A. दीर्घ B. लघु C. प्लुत स्वर D. कोई नहीं
व्याख्यान : उत्तर - (c) जिस स्वर के उच्चारण में तिगुना समय लगे, उसे 'प्लुत' कहते हैं। इसका चिह्न (ऽ) है। ▪︎ दीर्घ स्वर - जिन स्वरों के उच्चारण में हृस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ दीर्घ स्वर के उदाहरण है। संयुक्त स्वर - दो भिन्न प्रकृति (विजातीय) स्वरों के मिलने से जो स्वर बनते है, उन्हें संयुक्त स्वर कहते है। ▪︎ जिसे स्वर के उच्चारण में एक मात्रा लगती है उसे लघु स्वर कहते हैं; जैसे, अ, इ, उ, ऋ, ।
प्रश्न 18. पंचमाक्षर किसे कहते हैं? A. क, ख, ग, घ, ङ B. च, छ, ज, झ, C. ङ, ञ, ण, न, म D. प, फ, ब, भ, म
व्याख्यान : उत्तर - (c) ब्राह्मी लिपि एवं उससे व्युत्पन्न अधिकांश लिपियों की वर्णमाला के प्रत्येक वर्ग के पांचवें वर्णों के समूह को पंचमाक्षर या पंचमाक्षर' कहते हैं । देवनागरी में ङ, ञ, ण, न तथा म पंचमाक्षर हैं। विभिन्न भाषाओं में पंचमाक्षर का प्रयोग होता है। सभी भाषाओं में पंचमाक्षर के प्रयोग के अपने-अपने नियम या परिपाटी है।
यभी जाने What will come in Hindi grammar? In Hindi Grammar, "Language, Hindi language, letters, words, phrases, tenses, sentences, punctuation marks, nouns, pronouns, adjectives, verbs, adverbs, conjunctions, exclamations, singular, gender, case, man." . Major chapters include idioms and proverbs, letter writing, हिंदी व्याकरण में क्या-क्या आएगा ? हिंदी व्याकरण (Hindi Grammar) में "भाषा, हिन्दी भाषा, वर्ण, शब्द, पद, काल, वाक्य, विराम चिन्ह, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया विशेषण, समुच्चय बोधक, विस्मयादि बोधक, वचन, लिंग, कारक, पुरुष, उपसर्ग, प्रत्यय, अव्यय, संधि, रस, छन्द, अलंकार, समास, विलोम शब्द, तत्सम-तद्भव शब्द, पर्यायवाची शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, एकार्थक शब्द, अनेकार्थक शब्द, युग्म शब्द, शुद्ध अशुद्ध वाक्य और शब्द, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, पत्र लेखन, निबंध लेखन" आदि प्रमुख अध्याय आते हैं।
Hindi Varnmala important Question (P.3) हिन्दी वर्णमाला के 20 महत्वपूर्ण प्रश्न व्याख्या सहित
प्रश्न 1. भाषा की सबसे छोटी इकाई है ? A. शब्द B. व्यंजन C. स्वर D. वर्ण \
व्याख्या -(D) वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है और इसे ध्वनि के नाम से भी जानते है। वर्ण और ध्वनि में एक अंतर भी होता है , जो इस प्रकार है : मौखिक भाषा को ध्वनि कहा जाता है वही लिखित भाषा को वर्ण कहते है। हिंदी में कुल 52 वर्ण है।
प्रश्न 2. ए’ , ऐ वर्ण क्या कहलाते हैं ? A. नासिक्य B. मूर्धन्य C. ओष्ठ्य D. कंठ-तालव्य व्याख्या : उत्तर - कण्ठतालु सूत्र के अनुसार ए और ऐ कण्ठतालव्य वर्ण हैं। जिन का उच्चारण स्थान कण्ठ और तालु दोनों होता है। ● नासिक्य वर्ण - ङ,ञ,ण,न,म ● मूर्धन्य वर्ण - "ट", "ठ", "ड", "ढ", "ड़", "ढ़", "ष" और "ण" ● ओष्ठ्य वर्ण - प, फ, ब, भ, उ, ऊ
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से कौन.वर्ण अन्तःस्थ नहीं है? A. य B. ह C. र D. व
व्याख्या उत्तर (c) य,र,ल,व अंतस्थ व्यञ्जन होते है। और ह वर्ण ऊष्म व्यञ्जन है।
प्रश्न 4. य, र, ल, व व्यंजनों को कौन सा कहते हैं ? A. स्पर्श व्यंजन B. अन्तःस्थ व्यंजन C. ऊष्म व्यंजन D. उपर्युक्त में से कोई नहीं
व्याख्या उत्तर - (b) अंतस्थ व्यंजन उन व्यंजनों को कहा जाता है जो जीभ, तालु, दन्त, ओष्ठ के स्पर्श से होता है किन्तु ये अंग कहीं भी एक-दूसरे का पूर्ण स्पर्श नहीं करते। ये संख्या में चार हैं- य, र, ल, व वर्णों के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हर भाषा की अपनी एक वर्णमाला होती है। हिंदी भाषा में वर्ण दो प्रकार के होते हैं: स्वर और व्यंजन। ●ऊष्म व्यंजन - वायु मुख से रगड़ खाकर ऊष्मा पैदा करती है यानी उच्चारण के समय मुख से गर्म हवा निकलती है। ऊष्म व्यंजन चार होते हैं : श, ष, स, ह। ● स्पर्श व्यंजन को वर्गीय व्यंजन के नाम से भी पहचाना जाता हैं। इनकी संख्या 25 होती है । जैसे: ‘क’ वर्ग – क, ख, ग, घ, ङ ‘च’ वर्ग – च, छ, ज, झ, ञ ‘ट’ वर्ग – ट, ठ, ड, ढ, ण ‘त’ वर्ग – त, थ, द, ध, न ‘प’ वर्ग – प, फ, व, भ, म
प्रश्न 5.हिन्दी वर्णमाला में ऊष्म व्यंजन कौन कौन.से हाते हैं? A. श, ष, स, ह B. त, थ, द, ध C. ट, ठ, ड, ढ D. च, छ, ज, झ व्याख्या उत्तर - (a) श,ष,स, ह बाकी तीनो स्पर्श व्यञ्जन में आते है जिनकी सथख्या 25 होती है। प्रश्न 6. हिन्दी के जिन वर्णों का उच्चारण करते समय केवल सांस का प्रयोग किया जाए उन वर्गों को कहते हैं ? A. अघोष B. सघोष C. अल्पप्राण D. महाप्राण व्याख्या उत्तर - हिन्दी के जिन वर्णों का उच्चारण करते समय केवल श्वास का प्रयोग किया जाए उन वर्णों को अघोष वर्ण कहते हैं। जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर तंत्रियों में कंपन नहीं होता है और वर्णों का उच्चारण करते समय केवल श्वास का प्रयोग किया जाता है, उन्हें अघोष वर्ण कहते हैं। क/ख, च/छ, त/थ, ट/ठ, प/फ अघोष हैं, जबकि ग/घ, ज/झ, द/ध, ड/ढ, ब/भ घोष हैं। ● अल्पप्राण व्यञ्जन होते हैं - इनकी सङ्ख्या २० होती है। क ग ङ च ज ञ ट ड ण ड़ त द न प ब म य र ल व इसमें वर्ग का पहला, तीसरा, पाँचवा अक्षर आता है। ● महाप्राण व्यञ्जन कहते हैं। इनकी संख्या १५ होती है। ख घ छ झ ठ थ ध फ भ ढ़ श ष स ह इसमें वर्ग का दूसरा, चौथा अक्षर आता है ।
प्रश्न 7. प्रयत्न के आधार पर ल वर्ण किस प्रकार की ध्वनि है? A. उत्क्षिप्त B. प्रकंपित C. पार्श्विक D. इनमें से कोई नहीं
व्याख्या : उत्तर - (c) प्रयत्न के आधार पर ल वर्ण पार्श्विक ध्वनि है? ● उत्क्षिप्त व्यंजन में दो वर्ण आते हैं - ड़ और ढ़। ● लुंठित या प्रकंपित व्यंजन वह व्यंजन होता है जिसके उच्चारण में जिह्वा का अग्र भाग कंपन करता है अथवा थरथराता है । हिन्दी वर्णमाला में "र " लुंठित व्यंजन है ।
प्रश्न 8. निम्नलिखित में से कौन पश्च स्वर है? A. आ B. अ C. ढ D. ब
व्याख्या : उत्तर - (a) पश्च स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का पिछला भाग सक्रिय रहता है, उन्हें 'पश्च स्वर' कहते हैं। जैसे– आ, उ, ऊ, ओ, औ, ऑ। ● उच्चारण की दृष्टि से अ निम्नतर,मध्य,अगोलित,ह्रस्व स्वर है । ● 'ढ', जो की 'ट' वर्ग से है, का उच्चारण मूर्धा से होता है इसलिए इसे मूर्द्धन्य ध्वनि हैं। ● ब - ओष्ठ्य वर्ण कहते हैं।
प्रश्न 9. निम्नलिखित में से ओष्ठ ध्वनि नहीं है ? A. फ में B. म में C. च में D. प में
व्याख्या : उत्तर (c) क्योंकि च वर्ण की ध्वनि तालु है । फ,प,म - वर्ण की ध्वनि ओष्ठ है ।
प्रश्न 10. आयोगवाह’ वर्ण कौन-से हैं? A. अ, आ B. इ,ई C. उ,ऊ D. अं, अः व्याख्या : उत्तर - (d) अं,अः अयोग्यवाह ध्वनि है । ● उ,ऊ ओष्ठ ध्वनि है । ● इ,ई तालु ध्वनि है । ● अ,आ कंठ ध्वनि है ।
प्रश्न 11. श, ष, स, ह कौन से व्यंजन कहलाते हैं? A. प्रकम्पी B. स्पर्शी C. संघर्षी D. स्पर्श-संघर्षी व्याख्या : उत्तर - (c) जिन व्यंजनों के उच्चारण में एक प्रकार की गरमाहट या सुरसुराहट-सी प्रतीत होती है, ऊष्म व्यंजन कहलाते हैं, और इन्हें ही संघर्षी व्यञ्जन भी कहते है - जैसे श, ष, स और ह।
प्रश्न 12. निम्न में से कौन व्यंजन पार्श्विक है? A. झ B. य C. ल D. श
व्याख्या : उत्तर -(c) पार्श्विक: जिन व्यंजनों के उच्चारण में जीभ तालु को छुए किन्तु पार्श्व (मुंह के दोनों बगल) में से हवा बाहर निकल जाए, उन्हें पार्श्विक व्यंजन कहते हैं। दूसरे शब्दों में- जिनके उच्चारण में जिह्वा (जीभ) का अगला भाग मसूड़े को छूता है और हवा पाश्र्व (बगल) आस पास से निकल जाती है, वे पार्श्विक कहलाते हैं। हिन्दी में केवल "ल" व्यंजन पार्श्विक है।
प्रश्न 13. हिन्दी तालव्य ध्वनियाँ हैं A. च, छ, ज, झ B. क, ख, ग, घ C. त, थ, द, ध D. ट, ठ, ड, ढ
प्रश्न 14. श ध्वनि का उच्चारण स्थान है ? A. ओष्ठय B. तालव्य C. दन्त D. मूर्द्धा
व्याख्या : उत्तर - (b) श' ध्वनि का उच्चारण स्थान 'तालु' है। तालव्य जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा का अग्र कठोर तालु को स्पर्श करता है, तालु व्यंजन कहलाते हैं। जैसे - च, छ, ज, झ, ञ और श, य। अतः सही विकल्प 'तालु' है।
प्रश्न 15. कौन.सी ध्वनि अल्पप्राण है? A. ध B. थ C. त D. फ
व्याख्या : उत्तर - (c) अल्पप्राण— जिन वर्णों के उच्चारण में श्वास (प्राण) वायु की मात्रा कम (अल्प) होती है, उन्हें अल्पप्राण वर्ण कहते हैं। दूसरे शब्दों में, जिन ध्वनियों के उच्चारण में 'हकार' की ध्वनि नहीं सुनाई पड़ती उन्हें अल्पप्राण कहते हैं। ये हैं:– (क) प्रत्येक वर्ग का प्रथम, तृतीय और पंचम वर्ण:— कवर्ग – क, ग, ङ चवर्ग – च, ज, ञ टवर्ग – ट, ड, ण तवर्ग – त, द, न पवर्ग – प, ब, म (ख) अंतःस्थ व्यंजन:— य, र, ल, व
प्रश्न 16. निम्नलिखित में से कौन.सा दंत्योष्ठ्य है? A. म B. फ C. थ D. व
व्याख्या : उत्तर - (d) दन्त्योष्ठ्य वे वर्ण जिनका उच्चारण ऊपर के दांत एवं नीचे के होठों की सहायता से होता है, उन्हें दन्त्योष्ठ्य कहते हैं। इस वर्ग में व आता है।
प्रश्न 17. हिन्दी की स्पर्श, घोष, महाप्राण, दन्त्य, व्यंजन ध्वनि है? A. भ B. ह C. थ् D. उक्त सभी
व्याख्या : उत्तर - (c) दिये गए विकल्पों में से विकल्प c 'थ' सही उत्तर है। स्पर्श व्यंजन, दन्त्य ध्वनि, घोष और महाप्राण ध्वनि है: थ महाप्राण ध्वनि - महाप्राण व्यंजन वह व्यंजन होतें हैं जिन्हें मुख से वायु-प्रवाह के साथ बोला जाता है, जैसे की 'ख', 'घ', 'झ' और 'फ'। अघोष- वह व्यंजन होतें हैं जिनका उच्चारण करते समय स्वर तंत्रियाँ झंकृत नहीं हैं। जैसे- क, ख आदि। दन्त्य वर्ण- जिन वर्णों का उच्चारण में दाँतो का प्रयोग किया जाता है। त,थ,द,ध,न आदि दन्त्य वर्ण हैं।
प्रश्न 18. निम्नलिखित में से कौन.सा स्वर संवृत्त है? A. आ B. इ C. ऐ D. ऊ
व्याख्या : उत्तर - (b) संवृत स्वर (close vowel) या ऊँचा स्वर (high vowel) ऐसी स्वर ध्वनि होती है जिसमें, बिना व्यंजन की ध्वनि बनाए, जिह्वा को मुँह में जितना सम्भव हो सके उतना ऊँचा और तालू से समीप रखा जाता है। उदाहरण के लिए "इ,ई" ऐसा एक स्वर है।
प्रश्न 20. हिन्दी की मूर्धन्य ध्वनियाँ हैं ? A. प, फ, ब, भ B. त, थ, द,थ C. ट, ठ, ड, ढ D. क, ख, ग, घ
व्याख्या : उत्तर - (c) मूर्धन्य व्यंजन ऐसे किरीट व्यंजन (यानि जिह्वा के लचीले के सामने के हिस्से से उच्चारित) होते हैं जो जिह्वा द्वारा वर्त्स्य कटक और कठोर तालू के बीच उच्चारित होते हैं। इनमें "ट", "ठ", "ड", "ढ", "ड़", "ढ़", "ष" और "ण" शामिल हैं।
यभी जाने What will come in Hindi grammar? In Hindi Grammar, "Language, Hindi language, letters, words, phrases, tenses, sentences, punctuation marks, nouns, pronouns, adjectives, verbs, adverbs, conjunctions, exclamations, singular, gender, case, man." . Major chapters include idioms and proverbs, letter writing, हिंदी व्याकरण में क्या-क्या आएगा ? हिंदी व्याकरण (Hindi Grammar) में "भाषा, हिन्दी भाषा, वर्ण, शब्द, पद, काल, वाक्य, विराम चिन्ह, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया विशेषण, समुच्चय बोधक, विस्मयादि बोधक, वचन, लिंग, कारक, पुरुष, उपसर्ग, प्रत्यय, अव्यय, संधि, रस, छन्द, अलंकार, समास, विलोम शब्द, तत्सम-तद्भव शब्द, पर्यायवाची शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, एकार्थक शब्द, अनेकार्थक शब्द, युग्म शब्द, शुद्ध अशुद्ध वाक्य और शब्द, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, पत्र लेखन, निबंध लेखन" आदि प्रमुख अध्याय आते हैं।
Hindi Grammar Language 35 MCQ (P-2) भाषा से सम्बंधित 35 प्रश्न (व्याख्या सहित)
प्रश्न 1. पश्चिमी हिन्दी की बोलियों की संख्या है। (A) दो (B) तीन (C) चार (D) पाँच
व्याख्या : (Option-D) पश्चिमी हिन्दी इसके अंतर्गत पाँच बोलियाँ हैं - खड़ी बोली, हरियाणवी, ब्रजभाषा, कन्नौजी और बुंदेली। खड़ी बोली अपने मूल रूप में मेरठ, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत के आसपास बोली जाती है।
प्रश्न 2. नागरी प्रचारिणी सभा के संस्थापकों में थे। (A) शिवकुमार सिंह और बाबू श्यामसुन्दर दास (B) रामचन्द्र शुक्ल और भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (C) पं. प्रतापनारायण मिश्र और बालकृष्ण भट्ट (D) जगन्नाथ दास रत्नाकर और शिवप्रसाद गुप्त
व्याख्या : (Option-A) स्थापना काशी नागरीप्रचारिणी सभा की स्थापना का विचार क्वीन्स कालेज, वाराणसी के नवीं कक्षा के तीन छात्रों - बाबू श्यामसुंदर दास, पं॰ रामनारायण मिश्र और शिवकुमार सिंह ने कालेज के छात्रावास के बरामदे में बैठकर की थी।
प्रश्न 3. काशीनागरी प्रचारिणी सभा के संस्थापकों में कौन नहीं है? (A) बाबू श्यामसुन्दर दास (B) ठा. शिवकुमार सिंह (C) रामनारायण मिश्र (D) रामचन्द्र शुक्ल
व्याख्या : (Option- D)नागरी प्रचारिणी सभा की स्थापना 16 जुलाई, 1893 को काशी में तीन विद्वानों श्याम सुन्दरदास, राम नारायण मिश्र, तथा शिव कुमार सिंह द्वारा की गई थी। अतः नागरी प्रचारिणी सभा काशी के . संस्थापक त्रयी. में रामचन्द्र शुक्ल शामिल नहीं थे
प्रश्न 4. संविधान सभा में हिन्दी को राजभाषा बनाने का प्रस्ताव किसने रखा? (A) गोपाल स्वामी आयंगर (B) सरदार वल्लभ भाई पटेल (C) डॉं. भीमराव अम्बेडकर (D) पं. जवाहरलाल नेहरू
व्याख्या : (Option-A) गोपालस्वामी आयंगर ने संविधान सभा में हिन्दी को राजभाषा बनाने का प्रस्ताव रखा।
प्रश्न 5. भारतीय संविधान में हिन्दी को मान्यता कब मिली? (A) 26 जनवरी, 1950 (B) 14 सितम्बर, 1949 (C) 15 अगस्त, 1947 (D) 14 सितम्बर, 1955
व्याख्या : (Option-B) चूंकि हिन्दी को संविधान सभा ने 14 सितम्बर, 1949 को राजभाषा के रूप में अंगीकार किया, इसीलिए भारतवर्ष में प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
प्रश्न 6. भारतवर्ष के लिए हिन्दी भाषा का नाम सबसे पहले किसने सुझाया? (A) राजा राममोहन राय (B) महात्मा गाँधी (C) रवीन्द्रनाथ ठाकुर (D) मदनमोहन मालवीय
व्याख्या : (Option-D) भारतवर्ष के लिए हिन्दी भाषा का नाम सबसे पहले राजा राममोहन राय ने सुझाया
प्रश्न 7. भारतीय भाषाओं को भारतीय संविधान की किस अनुसूची में शामिल किया गया है? (A) सप्तम (B) अष्टम (C) नवम (D) दशम
व्याख्या : (Option-B) भारतीय भाषाओं संविधान की आठवीं अनुसूची में रखा गया है--- निम्नलिखित 22 भाषाएँ शामिल हैं: - (1) असमिया, ( 2 ) बंगाली (3) गुजराती, (4) हिंदी, (5) कन्नड, (6) कश्मीरी, (7) कोंकणी, (8) मलयालम, ( 9 ) मणिपुरी, (10) मराठी, (11) नेपाली, ( 12 ) उड़िया, ( 13 ) पंजाबी, ( 14 ) संस्कृत, ( 15 ) सिंधी, ( 16 ) तमिल, ( 17 ) तेलुगू (18) उर्दू (19) बोडो,
प्रश्न 8. संविधान के किस अनुच्छेद में कहा गया है कि संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी? (A) 343 (B) 344 (C) 345 (D) 346
व्याख्या : (Option-A)अनुच्छेद 343. संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी, संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।
प्रश्न 9 इनमें से किसको संविधान की अष्टम अनुसूची में सम्मिलित नहीं किया गया? (A) डोगरी (B) मैथली (C) ब्रज (D) असमिया
उत्तर- (C)
प्रश्न 10. ‘वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग’ की स्थापना किस वर्ष हुई? (A) वर्ष 1961 (B) वर्ष 1960 (C) वर्ष 1965 (D) वर्ष 1963
व्याख्या : (Option-A) 1960 में केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय और 1961 ई॰ में वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग की स्थापना हुई। इस प्रकार विभिन्न अवसरों पर तैयार शब्दावली को 'पारिभाषिक शब्द संग्रह' शीर्षक से प्रकाशित किया गया, जिसका उद्देश्य एक ओर वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग के समन्वय कार्य के लिए आधार प्रदान करना था और दूसरी ओर अन्तरिम अवधि में लेखकों को नयी संकल्पनाओं के लिये सर्वसम्मत पारिभाषिक शब्द प्रदान करना था।
प्रश्न 11. हिन्दी की ‘उपभाषाएँ’ कितनी है? (A) तीन (B) चार (C) पाँच (D) छः
व्याख्या : (Option-C) भाषा वैज्ञानिकों ने हिंदी भाषा को 5 उपभाषाओं में बॉंटा है। हिंदी की उपभाषाएँ - राजस्थानी, पश्चिमी हिंदी, पूर्वी हिंदी, बिहारी और पहाड़ी।
प्रश्न 12. फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना कब हुई? (A) 1801 ई. (B) 1810 ई. (C)1800 ई. (D) 1802 ई.
व्याख्या : (Option-C) फोर्ट विलियम कॉलेज (Fort William College) कोलकाता में स्थित प्राच्य विद्याओं एवं भाषाओं के अध्ययन का केन्द्र है। इसकी स्थापना १० जुलाई सन् १८०० को तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली ने की थी।
प्रश्न 13. महावीर प्रसाद द्विवेदी को किस वर्ष ‘सरस्वती पत्रिका’ के सम्पादक के रूप में नियुक्त किया गया? (A) वर्ष 1900 (B) वर्ष 1903 (C) वर्ष 1906 (D) वर्ष 1909
व्याख्या : (Option-B)सन् 1903 में महावीर प्रसाद द्विवेदी 'सरस्वती' के संपादक बने। ● सरस्वती का संपादन महावीर प्रसाद द्विवेदी ने कियाI ● 1903 से 1920 तक उन्होंने इसका संपादन कियाI ● यह पत्रिका 1900 में इलाहाबाद से शुरू हुईI ● इसका मूल्य 4 आना थाI ● इस पत्रिका ने खड़ी बोली को परिष्कृत करने और राष्ट्रीयता को बढ़ावा देने में योगदान दियाI ● बाद में इसके संपादक पदमलाल पुन्नालाल बख्शी, देवीदत्त शुक्ल, श्रीनाथ सिंह आदि रहेI ● यह 32 पृष्ठ की पत्रिका थीI ● शुरुआती वर्षों में बाबू श्याम सुन्दर दास ने सरस्वती का संपादन कियाI ● आचार्य रामचंद्र शुक्ल हिंदी साहित्येतिहासकारों में सर्वोच्च स्थान पर हैंI ● भारतेंदु हरिश्चंद्र ने बालाबोधिनी, हरिश्चंद्र मैगज़ीन आदि पत्रिकाएँ निकालींI
प्रश्न 14. इनमें कौन-सी बोली पूर्वी हिन्दी की नहीं है? (A) अवधी (B) बिहारी (C) बघेली (D) छत्तीसगढ़
व्याख्या ; (Option-B) बिहारी हिंदी की बोलियाँ- भोजपुरी, मगही तथा मैथिली की उपबोलियों, क्षेत्र तथा विशेषताओं के बारे में विस्तार से दिया गया है।
प्रश्न 15. पश्चिमी हिन्दी की बोली है ? (A) कौरवी (B) हरियाणी (C) अवधी (D) बुन्देली
व्याख्या ; (Option-C) पश्चिमी हिन्दी इसके अंतर्गत पाँच बोलियाँ हैं - खड़ी बोली, हरियाणवी, ब्रजभाषा, कन्नौजी और बुंदेली। खड़ी बोली अपने मूल रूप में मेरठ, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत के आसपास बोली जाती है।
प्रश्न 16. पूर्वी हिन्दी की बोलियाँ है -- (A) अवधी, बघेली एवं छत्तीसगढ़ी (B) ब्रज, अवधी और कन्नौजी (C) भोजपुरी, बघेली, छत्तीसगढ़ी (D) मैथली, ब्रज और कन्नौजी
व्याख्या : (Option - A) पूर्वी हिंदी की 3 बोलियाँ हैं—अवधी, बघेली और छत्तीसगढ़ी। इसके अन्य नाम हैं किन्तु अवधी नाम ही सर्वाधिक प्रचलित एवं मान्य है।
प्रश्न 17. भोजपुरी, मगही और मैथली बोलियाँ किससे सम्बन्धित है? (A) पश्चिमी हिन्दी (B) पूर्वी हिन्दी (C) हिन्दी बिहारी (D) राजस्थानी हिन्दी
व्याख्या : (Option-C) उपरोक्त विकल्पों में से मगही, मैथिली, भोजपुरी बिहारी की बोलियाँ है। अतः विकल्प 2 'मगही, मैथिली, भोजपुरी' इसका सही उत्तर है। बिहारी हिंदी का विकास मागधी अपभ्रंश से हुआ है। पूर्वी हिंदी की दो बोलोयाँ हैं – मगही और मैथिली वहीँ पश्चिमी हिंदी के अंतर्गत भोजपुरी हिंदी आती है।
प्रश्न 18. गुड़गाँव, दिल्ली तथा करनाल के पश्चिमी क्षेत्रों में बोली जाने वाली ‘अहीरवाटी’ का सम्बन्ध किससे है? (A) पूर्वी राजस्थानी (B) पश्चिमी राजस्थानी (C) उत्तरी राजस्थानी (D) दक्षिणी राजस्थानी व्याख्या : (Option-C) अहीरवाटी एक हिन्द-आर्य भाषा है, जिसे हरियाणा-राजस्थानी भाषा के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह अहीरवाल, दिल्ली, राजस्थान, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुड़़गांव कोट बहरोड़ में बोली जाती है। प्रसिद्ध इतिहासकार रॉबर्ट वान रसेल अहिरवाटी के अनुसार अहीर समुदाय की भाषा है और हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में बोली जाती है।
प्रश्न 19. ‘मैथली’ में साहित्य सृजन करने वाला रचनाकार कौन है? (A) विद्यापति (B) भारतेन्दु (C) सरहपाद (D) अज्ञेय
व्याख्या : (Option- A) अगर मैथिली साहित्य में आधुनिक कविता की बात करें तो विद्यापति को इसका श्रेय जाता है परंतु प्रगतिशील धारा और नई कविता की बात करें तो इसका श्रेय भुवनेश्वर सिंह 'भुवन' और रामकृष्ण झा 'किसुन' को जाता है.
प्रश्न 20. पूर्वी राजस्थानी का एक अन्य नाम है। (A) मेवाती (B) ढूँढाड़ी (C) मारवाड़ी (D) मालवी व्याख्या : (Option-B) ●उत्तर पूर्वी राजस्थानी (मेवाती अहीरवाटी), ● मध्यपूर्वी (या पूर्वी) राजस्थानी (ढूँढाडी हाड़ौती), ● दक्षिण-पूर्वी राजस्थानी (मालवी), ● दक्षिणी राजस्थानी (निमाड़ी)।
प्रश्न 21. निम्नलिखित में से किस बोली में कृष्ण काव्य और रीतिकालीन साहित्य का सृजन हुआ? (A) अवधी (B) भोजपुरी (C) ब्रजभाषा (D) कौरवी
व्याख्या : (Option-C) भारत में विस्तृत रूप से प्रयुक्त होने वाली हिन्दी का पूर्व रूप यह ‘ब्रजभाषा‘ अपने विशुद्ध रूप में आज भी आगरा, धौलपुर, मथुरा और अलीगढ़ जिलों में बोली जाती है जिसे हम 'केंद्रीय ब्रजभाषा' के नाम से भी पुकार सकते हैं। ब्रजभाषा में ही प्रारम्भ में हिन्दी-काव्य की रचना हुई। सभी भक्त कवियों, रीतिकालीन कवियों ने अपनी रचनाएं इसी भाषा में लिखी हैं जिनमें प्रमुख हैं सूरदास, रहीम, रसखान, केशव, घनानन्द, बिहारी, इत्यादि। वस्तुतः उस काल में हिन्दी का अर्थ ही ब्रजभाषा से लिया जाता था।
प्रश्न 22. गोस्वामी तुलसीदास की रचना ‘कवितावली’ किस भाषा की रचना है? (A) अवधी (B) ब्रजभाषा (C) मैथली (D) बुन्देली
व्याख्या : (Option- B) ये छंद छन्द बृज भाषा में लिखे गये हैं और इनकी रचना प्राय: उसी परिपाटी पर की गयी है जिस परिपाटी पर रीतिकाल का अधिकतर रीति-मुक्त काव्य लिखा गया।
प्रश्न 23. शकुन्तला नाटक का खड़ी बोली में अनुवाद किसने किया? (A) राजा शिवप्रसाद ‘सितारे हिन्द’ (B) राजा लक्ष्मण सिंह (C) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (D) गिरिधर दास
व्याख्या ; (Option-B) राजा लक्ष्मण सिंह (9 अक्टूबर 1826 ई. - 14 जुलाई 1896 ई.), भारतेंदु हरिश्चंद्र युग से पूर्व की हिन्दी गद्यशैली के प्रमुख विधायक थे। इन्होने हिन्दी को हिन्दी संस्कृति के अनुकूल संस्कृतनिष्ठ बनाने की चेष्टा की। इन्होने आगरा से प्रजा-हितैषी पत्र निकाला और कालिदास के अभिज्ञान शाकुन्तलम्, रघुवंश एवं मेघदूतम् का हिन्दी में अनुवाद किया।
प्रश्न 24. खड़ी बोली कहाँ बोली जाती है? (A) झाँसी (B) कानपुर (C) मेरठ (D) अलीगढ़
व्याख्या : (Option-C) मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत,बिजनौर,शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, देहरादून के मैदानी भाग, अम्बाला, कलसिया और पटियाला के पूर्वी भाग,खड़ी बोली क्षेत्र के पूर्व में ब्रजभाषा, दक्षिण-पूर्व में मेवाती, दक्षिण-पश्चिम में पश्चिमी राजस्थानी, पश्चिम में पूर्वी पंजाबी और उत्तर में पहाड़ी बोलियों का क्षेत्र है।
प्रश्न 25. खड़ी बोली के लिए सुनीति कुमार चटर्जी ने किस शब्द का प्रयोग किया है? (A) जनपदीय हिन्दुस्तानी (B) वर्नाक्युलर हिन्दुस्तानी (C) कौरवी (D) रेख्ता
व्याख्या : (Option- A) डॉ॰ ग्रियर्सन ने इसे 'वर्नाक्युलर हिन्दुस्तानी' तथा डॉ॰ सुनीति कुमार चटर्जी ने इसे 'जनपदीय हिन्दुस्तानी' का नाम दिया है। डॉ॰ चटर्जी खड़ी बोली के साहित्यिक रूप को 'साधु हिन्दी' या 'नागरी हिन्दी' के नाम से अभिहित करते हैं।
प्रश्न 26. किस क्षेत्र की बोली को ‘काशिका’ कहा गया है? (A) बाँसवाड़ा (B) आरा-भोजपुर (C) बनारस (D) मगध
व्याख्या : (Option- C) बनारस की बोली को 'काशिका' कहा गया है। भाषाई परिवार के अनुसार काशिका एक भारतीय आर्य भाषा है जो कि वाराणसी एवं उसके आस पास के क्षेत्र में बोली जाती है।
प्रश्न 27. पश्चिमी हिन्दी किस अपभ्रंश से विकसित है? (A) प्राकृत (B) मागधी (C) शौरसेनी (D) अर्द्धमागधी
व्याख्या : (Option-C) पश्चिमी हिन्दी किस अपभ्रंश से विकसित है?
प्रश्न 28. निम्नलिखित में से कौन-सी द्रविड़ परिवार की भाषा है? (A) उड़िया (B) बांग्ला (C) असमिया (D) कन्नड़
व्याख्या : (Option-D) द्रविड़ भाषा-परिवार दक्षिण भारत की कई सम्बन्धित भाषाओं का समूह है। इसमें मुख्यतः तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और तुलू भाषाएँ आती हैं। उत्तर और पूर्व भारत की कुछ भाषाएँ जैसे ब्राहुई, गोंडी, कुड़ुख द्रविड़ भाषा-परिवार से सम्बंधित हैं।
प्रश्न 29. पश्चिमी हिन्दी की सर्वाधिक प्रमुख बोली इनमें से कौन-सी है? (A) ब्रजभाषा (B) खड़ी बोली (C) बुन्देली (D) बाँगरू
व्याख्या : (Option-A) पश्चिमी हिन्दी इसके अंतर्गत पाँच बोलियाँ हैं - खड़ी बोली, हरियाणवी, ब्रजभाषा, कन्नौजी और बुंदेली। खड़ी बोली अपने मूल रूप में मेरठ, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत के आसपास बोली जाती है।
प्रश्न 30. ब्रजभाषा किस अपभ्रंश से विकसित है? (A) शौरसेनी (B) मागधी (C) अर्द्धमागधी (D) पैशाची
व्याख्या : (Option-A) भारतीय आर्यभाषाओं की परम्परा में विकसित होनेवाली "ब्रजभाषा" शौरसेनी अपभ्रंश की कोख से जन्मी है। जब से गोकुल वल्लभ संप्रदाय का केंद्र बना, ब्रजभाषा में कृष्ण विषयक साहित्य लिखा जाने लगा। इसी के प्रभाव से ब्रज की बोली साहित्यिक भाषा बन गई।
प्रश्न 31. खड़ी बोली का प्रयोग सबसे पहले किस पुस्तक में हुआ? (A) भक्तिसागर (B) सुखसागर (C) काव्यसागर (D) प्रेमसागर
व्याख्या : (Option-D) खड़ी बोली शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग लल्लू लाल द्वारा प्रेमसागर में किया गया है।
प्रश्न 32. ‘खड़ी बोली’ का दूसरा नाम है। (A) मगही (B) कौरवी (C) हिन्दुस्तानी (D) बघेली उत्तर- (B)
प्रश्न 33. ‘रामचरितमानस’ किस भाषा में लिखी गई? (A) ब्रज (B) भोजपुरी (C) अवधी (D) मागधी उत्तर- (C)
प्रश्न 34. हिन्दी भाषा की बोलियों के वर्गीकरण के आधार पर छत्तीसगढ़ी बोली है। (A) पूर्वी हिन्दी (B) पश्चिमी हिन्दी (C) पहाड़ी हिन्दी (D) राजस्थानी हिन्दी उत्तर- (A) प्रश्न 35. ‘मैथली’ का विकास किस अपभ्रंश से माना जाता है? (A) शौरसेनी अपभ्रंश (B) मागधी अपभ्रंश (C) अर्द्धमागधी अपभ्रंश (D) महाराष्ट्री अपभ्रंश उत्तर- (B)
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