Super-देश भक्ति शायरी व सुविचार
Desh Bhakti Shayari in Hindi


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भारत माता की जय ,हिन्दुस्तान जिन्दाबाददोस्तों देशभक्ति का मतलब है कि हम अपनी मातृभूमी के लिए कितना समर्पण है,हमारे अन्दर दिन मे कितनी बार देशभक्ति के विचार, देशभक्ति का भाव मन मे आता है। हमें गर्व है कि हम भारतीय है। क्योकि यहां हर वो खुशबू है जो इस भारत मां के आंचल को ऊंचा उठाए हुयी है। हमे अपने देश के भारे मे केवल स्वतन्त्रता दिवस या गणतन्त्रता दिवस पर ही नही बल्की हर पल इसी के उत्थान के बारे मे सोचना चाहिए मै आपके लिए लेकर आया हूं।
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खास आपके लिए भावप्रद देशभक्ति शायरी व सुविचार।
Shayari on Independence and Republic day
1- देकर लहू का एक कतरा न मां तेरा उपकार चुका पाऊंगा,
सिद्दत है मन मे ठानी तुझपर जान लुटा जाऊंगा।
2- दिया वतन ने बहुत कुछ हमे है,Shayari on Independence and Republic day
अब बारी हमारी है।
कर गुजरेंगे हम कुछ ऐसा,
जिसको न किसी को खुमारी है।
3- भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं।
जख्मों से भरा सीना हैं मगर,
दुश्मन के लिए इक चट्टान हूँ मैं।
4- चलो फिर से खुद को जगाते हैं,
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं,
सुनहरा रंग हैं गणतंत्र का,
शहीदों के लहूँ से,
ऐसे शहीदों को हम सर झुकाते हैं।
5- उनके हौसले का भुगतान कर न सके कोई,
उनकी शहादत का कर्ज देश पर उधार हैं।
हम और तुम इसलिए खुशहाल हैं,
क्योकि सीमा पर सैनिक शहादत को हरदम तैयार हैं।
Shayari on Independence and Republic day
6- आज मन मे मेरे यह खयाल आया,
फिर उड़ गई नींद मेरी यह सोचकर।
जब सुना हस्ल शहीदों का मैने,
कि जो शहीदों का बहा वो खून
मेरी नींद के लिए था।
7- आज तूफान न रोक पायेगा,
आज ममता न बांध सकेगी,
जिस माता ने पाला हमको,
उसके लिए कुर्बान हम हो चले।
8- जिन्होने दाग गुलामी का धोया है अपनी जान लुटा कर,
उन्होने दीप जलाये है कितने दीपों भुझा कर।
मिली है जब यह आज़ादी तोहफे में तो फिर इस आज़ादी को हमें,
इसको रखना होगा हर दुश्मनों से हमेशा बचाकर।
Shayari on Independence and Republic day
9- आज हम खुद को जागते है,
इन्शानियत का डंडा फिर घुमाते है,
चमकता रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से।
ऐसे शहीदों को हम सब सर
नमन करते है!
नमन करते है!
नमन करते है!
10- अरे खुद मे मग्न रहने वाले दिवानों,Shayari on Independence and Republic day
ए न भूलो कि देश भक्तों के बलिदान से,
स्वतन्त्र हुए है हम,
अगर पूछे ये गालिब जमाना कि क्या वजूद है तुम्हारा,
तो फिर र्गव से कहना कि भारतीय है हम !
भारतीय है हम !
11- अलग-अलग है भाषा, धर्म जात और भेष, भूषा भी,
पर दिलों मे हरदम भारत माता है।
एक तिरंगा एक है हम एक ही हमारा नारा है,
रहे सलामत देश हमारा ,
जिसका गौरव न मिटने पाए।
12- वतन खुशबू ऐसी कोई इसे छोड़ ना पाएगा,Shayari on Independence and Republic day
रिश्तों की गरिमा ऐसी कोई तोड़ इसे ना पाएगा,
हर दिल के जर्रे-जर्रे ,कतरे-कतरे मे बसा हुआ,
हिंदुस्तान हमारा है और हम इसकी शान हैं।
भारत माता की शान है !
भारत माता की आन है !
13- दिलों में हमारे एक ही भाव एक ही खून है,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान हैं,
मर कर भी न लुटा पाएंगे मां तेरा कर्ज,
क्योंकि भारत माता सबसे महान है ।
महान है !
महान है !
14- मोहब्बत का दूसरा नाम है भारत,
अनेकता मे एकता का प्रतीक है भारत।
कुछ शर्फिरों की बात छोडकर,
हिंदू हो या मुस्लिम सभी इस माता की सन्तान है हम।
15-नए भारत यह पैगाम भरे,हुंकार भरे,
मै अपने पुराने जोश मे आया हूं।
जो भूल गए कायदे कानूनों को,7
उनको नीती समझाने आया हूं।
16- अब गूंज उठा है दुनिया में भारत का परचम,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
रिश्ते बनाकर जिन्होने आघात दिये,
उनके घावों पर मरहम लगाने आया है ।
क्योंकि यह भारत मां का दिल है,
जो देश ,धर्म, औकात नही ममता रूप से निहारती है।
17- वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी है जो मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला ना सकेंगे इसकी खुशबू सातों जन्म में।
Shayari on Independence and Republic day
18- जिसका ताज हिमालय है,
जहां बहती है गंगा,
जहां अनेकता में एकता है,
सत्यमेव जयते जहाँ नारा है,
वह भारत देश हमारा है।
Shayari on Independence and Republic day
19- भारत माता के वीर है हम,
दुश्मन क्या हमे ललकारेगा,
जिसने कफन बांधा हो तिरंगा,
उसको न कभी हिला पायेगा।
20- जन्म लिया भारत भूमी पर ,
उपकार प्रभू का पाया है,
जहां जन्मी हो अथाह वीरांगनाएं,
उसको न कोई मिटा पायेगा।
21- उदय हुआ भारत से ही धरती का,
संस्कार सिखाए भारत ने है,
ज्ञान दिया भारत ने जिसको,
उसने ही हमे ललकारा है।
22- भारत के सैनिक वह अग्नि है,Shayari on Independence and Republic day
जिसे न अग्निशमन बुझा पाएगा,
द्वन्द्व करोगे तो मिट जाओगे,
प्रेम में हृदय दान भी कर जाएंगे।
23- जहां महाभारत का उद्भव हुआ है,
जहां गीता ने जीवन का सार दिया,
जहां की मिट्टी में प्यार घुला है,
वह भारत माता , मेरी माता है।
24- मरकर भी अमर हो जायेंगे,Shayari on Independence and Republic day
भारत का नाम न मिटने देंगे,
परिवार की परवाह न करते है,
हर-दम बस भारत मां के लिए जीते है,
वह भारत का सैनिक है !
वह भारत का सैनिक है !
25- शहीद का पिता ए फरमान करे,
शीशे से दिल पर पत्थर ढोवे,
एक बेटा कुर्बान हुआ भी तो क्या,
इस मां के लिए हर बेटा गवां दूं मै।
26- भारत मां की शक्ति के आगे,
दुश्मन थर-थर कांप उठे ।
रणनीतियां काम न आयी उनकी,
विफलताएं ही उनकी हाथ लगी।
26- तिरंगा बसा है मन में मेरे,
तन इसकी मिट्टी की खुशबू है,
भाव अथाह भरा है हृदय में,
इसको न कोई झुलसायेगा ।
27- मृत्यु का भय सताए न जब,
बात भारत के गौरव की हो,
सरों का काटने का जज्बा हम में,
वो सर को झुकाना क्या जाने।
28- जिस धरती पर जन्म लिया है,
उसका उपकार दें तो कैसे दें,
जान की बाजी लगा उस वक्त,
जब वतन की सलामती खतरे में हो।
29- भूलकर भी भुला न सकोगे,देशभक्ति कविता
अपनी भारत माता वो माता है,
जिसने दिया अमरत्व हमें है,
उसकी जय-जयकार करें कैसे,
उसकी जय-जयकार होगी कैसे।
भारत का वीर अभिनंदनभारत का वीर अभिनंदन
भारत मां का वीर है अभिनंदन ,
जिसने ये गौरव पाया है,
दुश्मन की धरती पर जाकर,
तिरंगे को फहराया है।
वतन का अभिमान है ये,
योद्धों को ललकारा है,
भीड़ से उठा इक सैनिक,
भारत के दिलों मे छाया है ।
वक्त मिले तो चुका देंगे,
लहू का कर्ज इस माता का,
वीर है हम ये दिखलाया है,
अभिनंदन के अभि गौरव ने।
साथ न था कोई भी सैनिक,
फिर भी फतेह पायी है,
भारत के अभिनंदन अभिनंदित हमे कराया है ।
गैरों का दर्द सहा इसने,
इस मां का अभिमान बडाया है।
दुश्मन की छाती पर बैठकर,
उसको उसको खूब ललकारा है।
भारत का अभिनंदन है ये,
जो आज दिलों मे छाया है ।
शत् शत् नमन
शत् शत् नमन
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