Monday 10 February 2020

हिन्दी व्याकरण की महत्वपूर्ण परिभाषाएं,भेद एवं उदाहरण

हिन्दी व्याकरण की महत्वपूर्ण परिभाषाएं,भेद एवं उदाहरण
Important definitions, differences and examples of grammar


दोस्तों व्याकरण (grammar) हमारे जीवन में बहुत योगदान रखती है। बिना व्याकारण (grammar) के हम किसी भी भाषा को शुद्ध रूप से न तो बोल सकते है,न पढ सकते है और ना ही लिख सकते है। व्याकरण (grammar) किसी भी भाषा का प्रमुख अंग माना गया है,इसके नियमों,सूत्रों,विधियों,परिभाषाओं को जाने बगैर हम इसे नहीं सीख सकते।gyansadhna.com

इसीलिए मै आपके लिए सूक्ष्म रूप से व्याकरण की सभी परिभाषाओं को लेकर आया हूं उम्मीद है आप सभी के ज्ञानवर्धन का मै एक निमित मात्र बनूंगा।gyansadhna.com

व्याकरण की सभी परिभाषाएं,भेद व उदाहरण
All grammar definitions, distinctions and examples

1- सन्धि परिभाषा--
दो वर्णों के मेल से पैदा होने वाले विकार को सन्धि कहते है।

उदाहरण-- विद्या + आलय = विद्यालय

भेद-- सन्धि के तीन भेद होते हैं--
1- स्वर सन्धि    
2- व्यंजन सन्धि      
3- विसर्ग सन्धि


2- स्वर सन्धि परिभाषा--
दो स्वर वर्णों के मिलने से जो विकार पैदा होता है,उसे स्वर सन्धि कहा जाता है।

उदाहरण-- शिव + आलय =शिवालय

भेद-- स्वर सन्धि के पांच भेद हैं,
1- दीर्घ सन्धि     
2- गुण सन्धि
3- वृद्धि सन्धि     
4- यण् सन्धि
5- अयादि सन्धि


3- व्यंजन सन्धि परिभाषा-- 
एक व्यंजन का दूसरे व्यंजन या स्वर से मिलने पर जो विकार पैदा होता है,उसे व्यंजन सन्धि कहते हैं।

उदाहरण-- जगत् + नाथ =जगन्नाथ


4- विसर्ग सन्धि परिभाषा 
विसर्ग और स्वर अथवा विसर्ग और व्यंजन के मेल से विसर्ग में जो विकार पैदा होता है, उसे विसर्ग सन्धि कहते हैं।

उदाहरण--निः + आशा = निराशा।



5- शब्द परिभाषा 
> शब्द वर्णों और मात्राओं के मेल से बनते हैं ।
> ध्वनियों के मेल से बने सार्थक वर्ण समुदाय को शब्द कहते हैं ।

उदाहरण- क + म + ल = कमल

भेद- 
> अर्थ की दृष्टि से 
1- सार्थक शब्द     
2- निरर्थक शब्द

> व्युत्पत्ति की दृष्टि से 
1- रूढ     
2- यौगिक       
3- योगरूढ

> उद्गम (उतपत्ति) की दृष्टि से 
1- तत्सम   
2- तद्भव     
3- देशज       
4- विदेशज

> प्रयोग (व्यवहार) की दृष्टि से
1- संज्ञा   
2-सर्वनाम   
3- विशेषण
4- क्रिया    
5-अव्यय



6- संज्ञा परिभाषा
किसी व्यक्ति,वस्तु या स्थान,भाव के नाम को संज्ञा कहते है।

भेद- संज्ञा के पांच भेद हैं---
1- व्यक्तिवाचक     
2- भाववाचक     
3- जातिवाचक      
4- समूहवाचक     
5- द्रव्यवाचक



7- लिंग परिभाषा
संज्ञा के जिस रूप से व्यक्ति या वस्तु की जाति का बोध हो,उसे लिंग कहते हैं।

> लिंग का अर्थ चिन्ह या जाति होता है।

भेद- 1- पुरूष जाति
       2- स्त्री जाति


8- वचन परिभाषा
जिससे संख्या या गिनती का बोध हो, उसे वचन कहते है।
भेद- 1- एकवचन
       2- बहुवचन



9- कारक परिभाषा
जो क्रिया की उत्पत्ति में सहायक हो,उसे कारक कहते है।

भेद- कारक के (8) भेद होते हैं--
1- कर्त्ता           
2- कर्म               
3- करण
4- सम्प्रदान          
5- अपादान         
6- सम्बन्ध
7- अधिकरण     
8- सम्बोधन

उदाहरण-- आठों कारकों वाला--
हे कृष्ण!राम ने रावण को वन से जाकर लंका में धर्म की रक्षा के लिए तीर से मारा ।


10- सर्वनाम परिभाषा
जो शब्द किसी भी संज्ञा के बदले में आता है, उसे सर्वनाम कहा जाता है।

> सर्वनाम संज्ञा की बार-बार आवृति से बचाता है।

भेद- सर्वनाम के (6) भेद है।
1- पुरूषवाचक             
2- निश्चयवाचक
3- अनिश्चयवाचक           
4- सम्बन्धवाचक                 
5- प्रश्नवाचक                 
6- निजवाचक


11- विशेषण परिभाषा
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम का गुण या विशेषता प्रकट करे , उसे विशेषण कहा जाता है।

उदाहरण-- अच्छा लडका,  मोटी किताब

भेद-- विशेषण के (4) भेद हैं-
1- गुणवाचक                   
2- परिमाणवाचक
3- संख्यावाचक                  
4- सर्वनामबोधक



12- प्रविशेषण परिभाषा
जो शब्द विशेषण की विशेषता को बताते हो,उन्हें पर्विशेषण कहते है।

उदाहरण-- विपिन बहुत अच्छा लडका है।



13- क्रिया परिभाषा 
ऐसे शब्द को जिससे काम का करना या होना जाना जाता है,उसे क्रिया कहते है।

उदाहरण-- पढना,लिखना,हंसना,गाना आदि

भेद-- क्रिया के (2)भेद हैं-
1- अकर्मक क्रिया
2- सकर्मक क्रिया



14- वाच्य परिभाषा
लिंग,वचन और पुरूष के कारण क्रिया  के रूप में जो परिवर्तन होता है, उसे ही वाच्य कहा जाता है।

भेद-- वाच्य के (3) भेद होते हैं
1- कर्तृवाच्य
2- कर्मवाच्य
3- भाववाच्य



15- अव्यय परिभाषा
जिन शब्दों का रूप कभी नहीं बदलता है, उन्हें अव्यय कहा जाता है।

भेद- अव्यय के (4) भेद होते है
1- सम्बन्धबोधक अव्यय
2- समुच्चयबोधक अव्यय
3- विस्मयादिबोधक अव्यय
4- क्रियाविशेषण अव्यय



16- क्रियाविशेषण अव्यय परिभाषा 
जो अव्यय शब्द क्रिया की विशेषता बताता है,उसे क्रियाविशेषण कहा जाता है।

भेद- क्रियाविशेषण के (5) भेद हैं
1- कालवाचक
2- स्थानवाचक
3- रीतिवाचक
4- परिमाणवाचक
5- प्रश्नवाचक



17- समास परिभाषा
जब दो या दो से अधिक पद अपने बीच की विभक्ति को छोडकर आपस में मिल जाते हैं, तो इसी मेल को समास कहा जाता है ।

भेद- समास के (6) भेद होते है
1- तत्पुरूष समास
2- कर्मधारय समास
3- द्विगु समास
4- द्वन्द्व समास
5- बहुब्रीहि समास
6- अव्ययीभाव समास



18- उपसर्ग परिभाषा 
उपसर्ग वे शब्दांश है जो किसी शब्द के पहले लगते हैं ।

उदाहरण- अतिसुन्दर,-- अति उपसर्ग



19- प्रत्यय परिभाषा
शब्द के अन्त में जो शब्दांश या शब्द-समूह लगाए जाते है, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।

भेद-- प्रत्यय के (2) भेद होते है
1- कृदन्त प्रत्यय
2- तद्धित प्रत्यय


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