हिन्दी व्याकरण स्वर,व्यञ्जन, विसर्ग सन्धि के महत्वपूर्ण उदाहरण
Important examples of Hindi grammar vowels, consonants, consonants
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स्वर सन्धि उदाहरण
1- अन्यान्य = अन्य + अन्य (अ + अ = आ (दीर्घ)
2- असुरालय = असुर + आलय (अ + आ = आ (दीर्घ )
3- अनाथाश्रम = अनाथ + आश्रम (अ + आ = आ (दीर्घ)
4- अयनांश = अयन + अंश ( अ + अ = आ (दीर्घ)
5- आद्यन्त = आदि + अन्त (इ + अ = य (यण)
6- अत्यन्त = अति + अन्त ( इ + अ = य (यण)
7- आनन्दोत्सव = आनंद + उत्सव (अ + उ = ओ (गुण)
8- अत्यधिक = अति + अधिक (इ + अ = य (यण)
9- आशातीत = आशा + अतीत (आ + अ = आ (दीर्घ)
10- अत्यावश्यक =अति +आवश्यक (इ + आ = या (यण)
11- अत्युत्तम = अति + उत्तम (इ = उ = यु (यण)
12- अधीश्वर = अधि + ईश्वर (इ + ई = ई (दीर्घ)
13- अन्वीक्षण = अनु + ईक्षण (उ + ई = वी (यण)
14- अन्नाभाव = अन + अभाव (अ + अ = आ (दीर्घ)
15- अभ्यागत = अभि + अभागत (इ + आ = या (यण)
16- अभ्युदय = अभि + उदय (इ + उ = यु (यण)
17- अक्षौहिणी अक्ष + ऊहिणी (अ + ऊ =औ (यण)
18- इत्यादि = इति + आदि (इ + आ =या (यण)
19- मध्यांतर = मध्य + अन्तर (अ + अ =आ (दीर्घ)
20- मतैक्य = मत + ऐक्य (अ+ऐ = (वृद्धि)
21- महोत्सव = महा + उत्सव (आ + उ = ओ (गुण)
22- महर्षि = महा + ऋषि (आ + ऋ = अर (गुण)
23- महाशय =महा + आशय (आ + आ = आ (दीर्घ)
24- महात्मा = महा + आत्मा (आ + आ = आ (दीर्घ)
25- मरणोपरांत = मरण + उपरांत (अ +उ =ओ (गुण)
26- यज्ञोपवीत = यज्ञा + उपवीत (अ + उ = ओ (गुण)
27- यज्ञाग्नि = यज्ञ + अग्नि (अ + आ = आ (दीर्घ)
28- यथोचित = यथा + उचित (आ + उ = ओ (गुण)
29- मृगेंद्र = मृग + अंक (अ + इ = ए (गुण)
30- मन्वंतर = मनु + अंतर (उ + अ = व (यण)
31- महौज = महा + उपदेश (आ +उ = ओ (गुण)
व्यञ्जन संधि-विच्छेद उदाहरण
सन्धि विच्छेदउच्छ्वास = उत् + श्वास
- कुंठित = कुन् + ठित
- चिदानंद = चित् + आनंद
- जगदानन्द = जगत् + आनंद
- जगदीश = जगत् + ईश
- जगन्माता = जगत् + माता
- तल्लीन = तत् + लीन
- तदाकार = तत् + आकार
- तृष्णा = तृष् + ना
- तल्लय = तत् + लय
- तन्मित्र = तत् + मित्र
- तदात्म = तत् + आत्म
- दिग्गज = दिक् + गज
- दिग्भ्रम = दिक् + भ्रम
- द्रष्टा = द्रष् + ता
- परन्तु = परम् + तु
- पृष्ठ = पृष् + थ
- प्रतिष्ठित = प्रति + स्थित
- शंका = शम् + का
- शिवच्छाया = शिव + छाया
- षड्दर्शन = षट् + दर्शन
- षष्ठ = षष + थ
- सदिच्छा = सत् + इच्छा
- सज्जन = सत् + जन
- सच्छास्त्र = सत् + शास्त्र
- संकल्प = सम् + कल्प
- संगीत = सम + गीत
- संधि = सम् + धि
- सम्भाव = सम् + भव
- संवाद = सम् + वाद
- सम्बन्ध = सम् + बन्ध
- संन्यासी = सम् + न्यासी
- संस्कृत = सम् + कृत
- संतोष = सम् + तोष
- सन्निहित = सम् + निहित
- सम्राट = सम् + राट्
- सदाचार = सत् + आचार
- संबल = सम् + बल
- सद्गति = सत् + गति
- संवत = सम् + वत
- कज्जल = कच् + जल
- चिन्मय = चित् + मय
- जगदाधार = जगत् + आधार
- जगन्नाथ = जगत् + नाथ
- जगद्गुरु = जगत् + गुरु
- तट्टीका = तत् + टीका
- तद्धित = तत् + हित
- तद्रूप = तत् + रूप
- तन्नाम = तत् + नाम
- तन्मात्र = तत् + मात्र
- तच्छिव = तत् + शिव
- दिगम्बर = दिक + अम्बर
- दिग्दर्शन = दिक + दर्शन
- दिगंचल = दिक् + अंचल
- नंदित = नन् + दित
- पंचम = पम् + चम
- पद्धति = पद् + हति
- शांति = शाम् + ति
- षडानन = षट् + आनन
- षण्मास = षट् + मास
- सदभावना = सत् + भावना
- सन्मार्ग = सत् + मार्ग
- सच्चिदानंद = सत् + चित् + आनंद
- संगम = सम् + गम
- संगठन = सम् + गठन
- संचय = सम् + चय
- संयम = सम् + यम
- सहार = सम् + हार
- संयोग = सम् + योग
- संदेह = सम् + देह
- संलग्न = सम् + लग्न
- संस्कृति = सम् + कृति
- समुच्चय = सम् + उत् + चय
- संगठन = सम् + गठन
- सदानंद = सत् + आनंद
- सच्चरित्र = सत् + चरित्र
- सद्काल = सत् + काल
- संसार = सम् + सार
- संचार = सम् + चार
विसर्ग सन्धि उदाहरण
सन्धिपद विच्छेद- निर्झर = निः + झर
- प्रातःकाल = प्रातः + काल
- यशोदा = यशः + दा
- वहिर्मुख = वहिः + मुख
- पयोधि = पयः + धि
- मनोनुकूल = मनः + अनुकूल
- मनोरम = मनः + रम
- मनस्ताप = मनः + ताप
- सरोज = सरः + ज
- यशोगान = यशः + गान
- भास्पति = भाः + पति
- धनुष्टंकार = धनुः + टंकार
- दुष्प्रकृति = दु : + प्रकृति
- दुर्ग = दु : + ग
- निर्विकार = निः + विकार
- वहिष्कार = बहिः + कार
- पयोद = पयः + द
- भास्कर = भाः + कर
- मनोभाव = मनः + भाव
- मनोगत = मनः + गत
- श्रेयस्कर = श्रेयः + कर
- यशोगाथा = यशः + गाथा
- मनोरंजन = मनः + रंजन
- निर्जीव = निः + जीव
- दुर्व्यवहार = दु : + व्यवहार
- दुरात्मा = दुः + आत्मा
- निश्चय = निः + चय
- निर्भर = निः + भर
- रजःकण = रजः + कण
- परिष्कार = परिः + कार
- पुनर्जन्म = पुनः + जन्म
- मनोयोग = मनः + योग
- मनोभाव = मनः + भाव
- शिरोमणि = शिरः + मणि
- स्वर्ग = स्वः + ग
- मनोविनोद = मनः + विनोद
- दुर्बुद्धि = दु : + बुद्धि
- दुःस्वप्न = दु : + स्वप्न
- दुःख = दु : + ख
- यशोधरा = यशः + धरा
- नीरस = निः + रस
- पुरस्कार = पुरः + कार
- मनोज = मनः + ज
- मनोरथ = मनः + रथ
- मनस्कामना = मनः + कामना
- सरोवर = सरः + वर
- मनोविज्ञान = मनः + विज्ञान
- पुनरपि = पुनः + अपि
- दुरवस्था = दु : + अवस्था
- दुस्साहस = दु : + साहस
- उरोज = उरः + ज
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