Tuesday 17 March 2020

हिन्दी व्याकरण स्वर,व्यञ्जन, विसर्ग सन्धि के महत्वपूर्ण उदाहरण

हिन्दी व्याकरण स्वर,व्यञ्जन, विसर्ग सन्धि के महत्वपूर्ण उदाहरण 
Important examples of Hindi grammar vowels, consonants, consonants


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स्वर सन्धि उदाहरण 
1- अन्यान्य  =  अन्य + अन्य       (अ + अ = आ (दीर्घ)
2- असुरालय = असुर + आलय     (अ + आ = आ (दीर्घ )
3- अनाथाश्रम = अनाथ + आश्रम (अ + आ = आ (दीर्घ)
4- अयनांश = अयन + अंश          ( अ + अ = आ (दीर्घ)
5- आद्यन्त  =   आदि + अन्त        (इ + अ = य (यण)
6- अत्यन्त  =  अति + अन्त           ( इ + अ = य (यण)
7- आनन्दोत्सव = आनंद + उत्सव   (अ + उ = ओ (गुण)
8- अत्यधिक  = अति + अधिक      (इ + अ = य (यण)
9- आशातीत = आशा + अतीत     (आ + अ = आ (दीर्घ)
10- अत्यावश्यक =अति +आवश्यक (इ + आ = या (यण)
11- अत्युत्तम = अति + उत्तम         (इ = उ = यु (यण)
12- अधीश्वर  =  अधि + ईश्वर         (इ + ई = ई (दीर्घ)
13- अन्वीक्षण = अनु + ईक्षण       (उ + ई = वी (यण)
14- अन्नाभाव  =  अन + अभाव    (अ + अ = आ (दीर्घ)
15- अभ्यागत = अभि + अभागत  (इ + आ = या (यण)
16- अभ्युदय  =  अभि + उदय       (इ + उ = यु (यण)
17- अक्षौहिणी  अक्ष + ऊहिणी     (अ + ऊ =औ (यण)
18- इत्यादि  =  इति + आदि          (इ + आ =या (यण)
19- मध्यांतर = मध्य + अन्तर       (अ + अ =आ (दीर्घ)
20- मतैक्य   = मत + ऐक्य             (अ+ऐ = (वृद्धि)
21- महोत्सव = महा + उत्सव      (आ + उ = ओ (गुण)
22- महर्षि = महा + ऋषि           (आ + ऋ = अर (गुण)
23- महाशय  =महा + आशय     (आ + आ = आ (दीर्घ)
24- महात्मा  =  महा + आत्मा   (आ + आ = आ (दीर्घ)
25- मरणोपरांत = मरण + उपरांत  (अ +उ =ओ (गुण)
26- यज्ञोपवीत  =  यज्ञा + उपवीत (अ + उ = ओ (गुण)
27- यज्ञाग्नि  =  यज्ञ + अग्नि (अ + आ = आ (दीर्घ)
28- यथोचित  =  यथा + उचित (आ + उ = ओ (गुण)
29-  मृगेंद्र  =  मृग + अंक  (अ + इ = ए (गुण)
30- मन्वंतर  =  मनु + अंतर (उ + अ = व (यण)
31- महौज  =  महा  + उपदेश  (आ +उ = ओ (गुण)

व्यञ्जन संधि-विच्छेद उदाहरण 

सन्धि           विच्छेद 
 उच्छ्वास   =   उत् + श्वास 
- कुंठित   =   कुन् + ठित 
- चिदानंद    =   चित् + आनंद
- जगदानन्द    =  जगत् + आनंद
- जगदीश    =    जगत् + ईश
- जगन्माता    =    जगत् + माता
- तल्लीन    =     तत् + लीन 
- तदाकार    =     तत् + आकार
- तृष्णा       =    तृष् + ना 
- तल्लय    =      तत् + लय 
- तन्मित्र      =     तत् + मित्र
- तदात्म     =     तत् + आत्म
- दिग्गज     =      दिक् + गज
- दिग्भ्रम     =     दिक् + भ्रम 
- द्रष्टा       =      द्रष् + ता 
- परन्तु      =    परम् + तु
- पृष्ठ       =       पृष् + थ 
- प्रतिष्ठित     =     प्रति + स्थित 
- शंका        =     शम् + का
- शिवच्छाया     =     शिव + छाया
- षड्दर्शन       =      षट् + दर्शन 
- षष्ठ           =      षष + थ 
- सदिच्छा     =      सत् + इच्छा
-  सज्जन       =    सत् + जन
- सच्छास्त्र     =     सत् + शास्त्र
- संकल्प    =     सम् + कल्प 
- संगीत       =     सम + गीत
- संधि       =    सम् + धि 
- सम्भाव     =    सम् + भव 
- संवाद      =    सम् + वाद 
- सम्बन्ध     =    सम् + बन्ध
- संन्यासी     =     सम् + न्यासी 
-  संस्कृत      =    सम् + कृत 
- संतोष        =     सम् + तोष
- सन्निहित   =     सम् + निहित 
- सम्राट       =     सम् + राट् 
- सदाचार    =      सत् + आचार
- संबल       =     सम् + बल
- सद्गति     =     सत् + गति
- संवत   =      सम् + वत 
- कज्जल   =  कच् + जल
- चिन्मय     =   चित् + मय
- जगदाधार     =    जगत् + आधार
- जगन्नाथ       =    जगत् + नाथ
- जगद्गुरु      =    जगत् + गुरु
- तट्टीका       =    तत् + टीका
- तद्धित     =    तत् + हित 
- तद्रूप      =   तत् + रूप 
- तन्नाम     =    तत् + नाम
- तन्मात्र   =   तत् + मात्र 
- तच्छिव    =    तत् + शिव
- दिगम्बर   =   दिक + अम्बर
- दिग्दर्शन     =    दिक + दर्शन
- दिगंचल    =   दिक् + अंचल
- नंदित      =     नन् + दित 
- पंचम     =    पम् + चम 
- पद्धति    =     पद् + हति
-  शांति      = शाम् + ति 
- षडानन      =   षट् + आनन
- षण्मास      =    षट् + मास
- सदभावना     =     सत् + भावना
- सन्मार्ग         =     सत् + मार्ग
- सच्चिदानंद       =     सत् + चित् + आनंद 
- संगम     =      सम् + गम 
- संगठन     =     सम् + गठन
-  संचय     =     सम् + चय
- संयम    =     सम् + यम
- सहार     =    सम् + हार 
- संयोग   =    सम् + योग 
- संदेह    =    सम् + देह 
- संलग्न      =   सम् + लग्न 
- संस्कृति      =    सम् + कृति
- समुच्चय     =   सम् + उत् + चय
- संगठन     =   सम् + गठन 
- सदानंद     =    सत् + आनंद
- सच्चरित्र     =   सत् + चरित्र
- सद्काल    =    सत् + काल
- संसार     =      सम् + सार 
- संचार     =     सम् + चार

विसर्ग सन्धि उदाहरण

सन्धिपद         विच्छेद
- निर्झर        =     निः + झर
- प्रातःकाल   =   प्रातः + काल
- यशोदा        =   यशः + दा
- वहिर्मुख       =  वहिः + मुख
- पयोधि       =    पयः + धि
- मनोनुकूल    =  मनः + अनुकूल
- मनोरम       =   मनः + रम
- मनस्ताप     =   मनः + ताप
- सरोज       =     सरः + ज
- यशोगान     =    यशः + गान
- भास्पति     =    भाः + पति
- धनुष्टंकार   =    धनुः + टंकार
- दुष्प्रकृति   =    दु : + प्रकृति
- दुर्ग          =     दु : + ग
- निर्विकार    =   निः + विकार
- वहिष्कार    =  बहिः + कार
- पयोद        =   पयः + द
- भास्कर     =    भाः + कर
- मनोभाव   =    मनः + भाव
- मनोगत    =     मनः + गत
- श्रेयस्कर    =    श्रेयः + कर
- यशोगाथा   =    यशः + गाथा
- मनोरंजन    =   मनः + रंजन
- निर्जीव       =    निः + जीव
- दुर्व्यवहार    =   दु : + व्यवहार
- दुरात्मा       =    दुः + आत्मा 
- निश्चय        =    निः + चय
- निर्भर         =    निः + भर
- रजःकण     =   रजः + कण
- परिष्कार     =   परिः + कार
- पुनर्जन्म      =   पुनः + जन्म
- मनोयोग      =    मनः + योग
- मनोभाव     =    मनः + भाव
- शिरोमणि     =    शिरः + मणि
- स्वर्ग           =     स्वः + ग
- मनोविनोद   =     मनः + विनोद
- दुर्बुद्धि         =      दु : + बुद्धि
- दुःस्वप्न        =       दु : + स्वप्न
- दुःख           =      दु : + ख
- यशोधरा      =       यशः + धरा
- नीरस          =       निः + रस
- पुरस्कार      =        पुरः + कार
- मनोज        =         मनः + ज
- मनोरथ       =         मनः + रथ
- मनस्कामना  =       मनः + कामना
- सरोवर        =        सरः + वर
- मनोविज्ञान    =      मनः + विज्ञान
- पुनरपि        =        पुनः + अपि
- दुरवस्था       =        दु : + अवस्था
- दुस्साहस     =         दु : + साहस
 - उरोज        =    उरः + ज

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