Tuesday 26 May 2020

माँ पर दर्द भरी कविता, सच्ची बातें, अच्छी लाईन एवं मां पर कुछ पंक्तियाँ , Painful poem on mother, true words, good line and few lines on mother

माँ पर दर्द भरी कविता, सच्ची बातें,  अच्छी लाईन एवं मां पर कुछ पंक्तियाँ Painful poem on mother, true words, good line and few lines on mother
Mother's day 


दोस्तों मै आज आपके लिए माँ पर हिन्दी कविता Sad Poem on Maa in Hindi लेकर आया हूँ,  मां  पर सुविचार मां पर सच्ची बातें, तथा मां पर अच्छी लाईन लेकर आया हूँ, जो आपको एहसास करायेगा मां की ममता, मां की वेदना, मां की भावना, मां के दर्द का,दोस्तों हमने माँ पर लिखी गयी कुछ बेहतरीन लाइनों का संग्रह किया है, जो आपको अच्छी लगेगी,वैसे तो माँ पर की कोई व्याख्या नहीं की जा सकती है,Sad Poem on Maa in Hindi 

मेरी प्यारी माँ के इस प्यारे से आर्टिकल में आपका
gyansadhna.com में तहे दिल से स्वागत करता हूँ।

माँ एक ऐसा शब्द है, जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाये कम ही है। हम माँ के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नही कर सकते हैं।
Happy mother's day in hindi वह तो अकल्पनीय है,  माँ की महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंसान भगवान का नाम लेना भले ही भूल जाये लेकिन माँ का नाम लेना नही भूलता है। Essay on Mother in Hindi भले ही बुढापे में मां बोझ लगने लगे परन्तु चोट लगने पर तब भी वह मां ही पुकारता है।

माँ की ममता का कोई मूल्य नहीं है। मैं आपको बता दूँ की जिन लोगों की माँ होती है वे बहुत ही भाग्यशाली होते हैं, Maa Par Kavita मां के एहसास की कद्र करना सीख लो जीवन सुधर जायेगा। याद रखना उनकी किस्मत कभी भी उनका साथ नहीं छोडती है और दुनिया की सबसे कीमती चीज माँ पिता का आशीर्वाद होता है।Maa Par Kavita 

जिसके पास ये है वे सबसे धनी व्यक्ति है| दोस्तों, आज मैं आपके लिए कुछ कविता लिख रहा हूँ और मै उम्मीद करता हूँ की आपको नीचे दी गई Maa Par Kavita पसंद आएगी.
दुनियां में किसी भी कलम में इतनी ताकत नहीं है की वह माँ को परिभाषित कर दे,मां की भावनाओं, मां की वेदना, मां की ममता,माँ की पवित्रता, त्याग, ममता, प्यार की वो मूर्त है जिसका कर्ज कभी चुकाया नहीं जा सकता है,एक माँ ही जो सबका ख्याल रखती है, हमें भी खुद पर गर्व हो कि अगर मां की सेवा करने को मिल जाए।Sad Poem on Maa in Hindi 

Happy mother's day in hindi 
मैं दुनियां की शौहरत पर मगरूर रहा,
तेरी परवाह न कर सका मां समय पर,
थक चुका हूं मै खुद से भाग-भाग कर,
आता हूँ पास तुम्हारे तो मां सांसें भीग जाती है।
धरती जल चुकी है,अब सिर्फ गगन बाकी है।
सहम जा सूखे कुंए तुम्हारा इम्तिहान अभी बाकी है।
बरस जाना वक्त वे वक्त मेघा,
वरना यहाँ तो किसी का आशियाना कैद है,
और किसी का लगान अभी बाकी है।
हर काले बादल के पीछे मां तुम्हारा साया रास आया,
न आये वो शाम कभी जब आप मुझसे दूर हो जाए ।
मेरे हर गुनाहों को मां,
आपने छुपाए रखा,
अपना हर सितम,हर दर्द तू अकेले ही सहती सही,
माँ तुमसे ही झुडी है मेरी हर सांसों का रिस्ता,
तुम्हारे पावन आंचल से ही निकला है मेरा बचपन,
जन्नतों की जन्नत है आपके चरणों में, 
जहाँ न मांगने पर भी पूरी होती है हर मन्नत ।
इस दुनियां की फितरत ने मुझें आपसे दूर किया,
आपके अमूल्य प्रेम को मूल्य मै न समझ पाया,
मां तुमसे दूर रहना आज जिन्दगी जीना जैसे मजबूरी हो गयी है।
दुनियां में हर खुशी नसीब हुयी मुझे,
लेकिन तेरे बिना फिर भी जिन्दगी जैसी अधूरी है।
मेरी हर खता की सजा तू देना हर दम,
मगर मुझसे दूर जाने की सजा न देना।
मै जब भी रोता था परदेश,
तेरा प्रेम मुझे दिलासा दिया करता था।
हर बलाएं मेरी चौखट से दूर रहती है,
माँ तेरी दुआयें भी कितना असर करती है।
भण्डार भरे मेरे खातिर खुद का निवाला छोडकर,
नाकाबिल फिरता हूं मै इस जहाँ में ,
फिर भी तुमको न जाने मुझपर क्यों गुरूर है।
जीवन में आज हर खुशी भी काटने को दौडती है,
सुकून मिल जाता अगर वो चूडियों के बीच, 
तेरी गुस्से भरे आवाज सुनने को मिल जाती ।

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