Thursday 18 June 2020

भारत चीन सीमा विवाद के 11 महत्वपूर्ण रहस्य (रोचक तथ्य) भारत चीन सीमा का इतिहास 11 important secrets of India-China border dispute (interesting facts)

भारत चीन सीमा विवाद के 11 महत्वपूर्ण रहस्य (रोचक तथ्य)
भारत चीन सीमा का इतिहास 
11 important secrets of India-China border dispute (interesting facts)
History of Indo-China border

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको भारत चीन के सम्बन्ध में बता रहें है,
भारत-चीन युद्ध जो भारत चीन सीमा विवाद के रूप में भी जाना जाता है, चीन और भारत के बीच 1962 में हुआ एक युद्ध था। विवादित हिमालय सीमा युद्ध के लिए एक मुख्य बहाना था, लेकिन अन्य मुद्दों ने भी भूमिका निभाई। चीन में 1959 के तिब्बती विद्रोह के बाद जब भारत ने दलाई लामा को शरण दी तो भारत चीन सीमा पर हिंसक घटनाओं की एक श्रृंखला शुरू हो गयी। भारत ने फॉरवर्ड नीति के तहत मैकमोहन रेखा से लगी सीमा पर अपनी सैनिक चौकियाँ रखी जो 1959 में चीनी प्रीमियर झोउ एनलाई के द्वारा घोषित वास्तविक नियंत्रण रेखा के पूर्वी भाग के उत्तर में थी।

दोस्तों , ऐसे ही super विचार आपके मन में नकारात्मक विचारों को दूर करके आपके भीतर जोश, उत्साह, उमंग, और गहरा आत्मविश्वास पैदा करेगा जिससे आप नकारात्मक विचार (negative thinking)छोड़कर सफलता के पथ पर अग्रसर हो जाएंगे,और खासकर विद्यार्थी जीवन के लिए,Best Success Quotes thoughts in Hindi for studentsसफलता पर अनमोल विचार और प्रसिद्द हस्तियों के कथन,बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा।gyansadhna.com

भारत और चीन के बीच तीन साल बाद रिश्‍ते फिर से तनावपूर्ण हो गए हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि साल 1962 में जब दोनों देशों के बीच जंग हुई थी तो उसके बाद से पहला मौका है जब चीन से सटे बॉर्डर पर हालात इतने तनावपूर्ण बने हैं। सात दशकों में कई राउंड वार्ता के बाद भी सीमा विवाद जस का तस बना हुआ है। यह बात और भी ज्‍यादा दिलचस्‍प है कि चीन की सरकार अक्‍सर कहती है कि भारत के साथ सीमा विवाद इतिहास का हिस्‍सा है। इस बार भारत और चीन के बीच टकराव के केंद्र में है गलवान घाटी। पिछले दिनों खबरें आई हैं कि चीन की सेना गलवान घाटी तक आ गई है।

भारत - चीन सीमा के 11 रहस्य 
11 secrets of the India-China border


1- 2015 में भारत और चीन के बीच लिपुलेख एग्रीमेंट हुआ ,था जिससे नेपाल नाराज हो गया था। इसका मकसद था तीर्थयात्रियों की सुविधा और तिब्बत के साथ व्यापार।

2- 1914 में ब्रिटिश ,भारत , और तिब्बत के बीच समझौते में अरूणाचल के उत्तरी हिस्से तवांग और दक्षिणी हिस्से को भारत का हिस्सा मान लिया गया था।

 3- 1962 में चीन ने तवांग पर कब्आकर लिया था, लेकिन भौगोलिक स्थिति अनुकूल न होने पर उसने लौटना उचित समझा।

4- 1962 के युद्ध से पहले भारत और चीन ने सीमा विवाद पर चुप्पी साध रखी थी ।

5- भारत और चीन सीमा विवाद में  आखिरी बार दोनो सेना के बीच आखिरी गोली 11 सितम्बर 1967 को चली थी ।

11 secrets of the India-China border

6- 2017 में  चीन डोकलाम में सडक बनाने की कोशिश कर रहा था, जिस पर दोनो देशों की सेना  70 दिनों तक एक-दूसरे के खिलाफ डटी रही ।

7- 1842 में  यह समझौता हुआ था कि कभी भी एक-दूसरे की सीमाओं का उल्लंघन नहीं किया जाएगा ।

8- चन ने जब 1950 के दशक में  तिब्बत पर कब्जा कर लिया था तो वहाँ कुछ क्षेत्रों में विद्रोह फैल गया जिससे चीन तिब्बत के बीच का मार्ग कट जाने का खतरा बना हुआ था।

9- 1890 में  ब्रिटेन और चीन दोस्त बन गये ,क्योंकि ब्रिटेन को चिंता सता रही थी कि कहीँ अक्साई चीन के इलाका रूस कब्जा न कर ले।

11 secrets of the India-China border

10- 2006 में  भारत में चीन के राजदूत ने दावा किया था कि समूचा अरूणाचल प्रदेश एक चीनी क्षेत्र  है, हालांकि  इसके पास सेना का जबरदस्त जमावड़ा है ।

11- 1841 में  सिखों की सेना ने तिब्बत पर हमला कर दिया था, लेकिन चीनी सेना ने सिख सेना को पराजित कर लिया ,और लेह पर कब्जा कर लिया।


~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
अन्य सम्बन्धित लेख साहित्य----


0 comments: