अमर शहीदों पर कविता
भारतीय वीरों की शहादत
Poem on immortal martyrs
Martyrdom of indian heroes
Indian Army Poem
नमन् है ! नमन् है ! उन वीरों को मेरा ,जिनकी शहादत वतन पे हुयी है ।
न भूलेंगे उनके रहमों-करम को,
ये भारत माता ये मेरा चमन है ।
"सुन ले चीन और पाकिस्तान अब सोच समझकर फैसला लेना,अबकी बार आग भी तू लगाएगा,और शमशान भी तू ही नजर आएगा।"हिन्दुस मां पर कुर्बान करदी,
जिन्होंने अपनी जवानी हो...
छोड के अपने अपनों को सब,
जान दी है वतन को हो....।
मोह माया को त्याग दिया है,
छोड दक ममता प्रियतम को हो...।
लुट जाएंगे लुटने न देंगे,
भारत मां के तिरंगे को
भारत मां के चमन को हो..।
बांध के सर पे अपना तिरंगा,
करते हिफाजत अमन की हो...
कट जाए गर सर भी अपना,
सर न तेरा मां झुक ना पाए ।
लडते-लडते जब सरहद पर,
सीने पे खाए गोली हो...।
भारत मां की रहमों-करम से,
आज घडी शुभ आयी हो....।
तेरा आंचल मां झुकने न पाये,
झुक जाए ये जमाना हो....।
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