Monday 6 July 2020

Indian army poem in hindi शहीद सैनिक पर दर्द भरी कविता Painful poem on martyr soldier

Indian army poem in hindi 
शहीद सैनिक पर दर्द भरी कविता 
Painful poem on martyr soldier

Army Kavita and शहीद सैनिक  पर कविता with a nice Indian Army Poem in Hindi to give respect to the great Soldiers of Indian Army. भारतीय जवानों की शहादत पर कविता This Fauji Kavita or Soldier Poem is based on the families of an soldier. 

लौट के वापस आ जाओ,
अब याद तुम्हारी आती है,
कहाँ गए तुम लाल मेंरे, 
मां दिल से आवाज लगाती है।

रहमों-करम से पाला तुझको,
तू ही तो सहारा घर का था,
बूढे कंधों को भार दिलाकर,
मेरे लाल कहाँ तू चला गया।

अगली छुट्टी में मिलूंगा कहकर,
मै अरमान जगाए बैठी हूँ, 
मेहंदी का रंग न गया हाथों से,
क्यों सपने अधूरे छोड चले।

इस मां की रक्षा करते करते क्यों, 
राह पे मुझको छोड दिया
कहूंगी क्या मै उनसे तब,
जब पूछे पापा कहाँ चले।

ऐ भाई मेरे किस राह चले,
मै दिल से तुमको पुकारा करूं,
है थाल सजी राखी से है,
मै राह तुम्हारी देखा करू।

रब्बा न करे मेरा परिवार दुखे,
मां इतनी तमन्ना तू करदे,
मै चला लहू देकर तुझको,
मेरा देश अमन सुख शान्त रहे।

वन्दे-मातरम् !
वन्दे-मातरम्!
                 स्वरचित कविता - 
                      अरूण सेमवाल 

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