Tuesday 1 September 2020

Uttrakhand G.k/उत्तराखंड के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान का विस्तृत वर्णन /Detailed description of important national park of Uttarakhand

Uttrakhand G.k/उत्तराखंड के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान का विस्तृत वर्णन /Detailed description of important national park of Uttarakhand

Gangotri National Park in hindi ,Govind National Park in hindi ,Corbett National Park in hindi ,Rajaji National Park in hindi,Valley of Flowers National Park in hindi,Nanda Devi National Park in hindi 

 दोस्तों उत्तराखंड भारत का एक ऐसा राज्य है जो लोक संस्कृति व प्राकृतिक सौन्दर्य धरोहर के लिए विख्यात है। national park of Uttarakhand in hindi सैलानियों का मन पसंद स्थान उत्तराखंड राष्ट्रीय उद्यानों की श्रेणी में दूसरे स्थान पर है। जहाँ निवास करते है अनेकों जीव जन्तु, व पशु -पक्षियां । उत्तराखंड में छः राष्ट्रीय उद्यान है। जो पूरे भारत मे अपनी अलौकिकता को प्रदर्शित करती है। national park of Uttarakhand in hindi तो आइए जानते हैं उन राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में विस्तृत से और अपने ज्ञान को बढाते है, क्योंकि यह ऐसे सवाल है जो सम्भवतः सभी परीक्षाओं में पूछे जाते है।

1- गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान/ Gangotri National Park

स्थापना वर्ष     =   1989

स्थान              =   उत्तरकाशी 

क्षेत्रफल          =    2390 वर्ग किलोमीटर 

उत्तरकाशी जनपद में इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना १ ९ ८ ९ ई . में हुई । इस उद्यान में हिम तेंदुआ , हिमालयन भालू , कस्तूरी मृग , भरल आदि वन्य पशु तथा मोनाल , कोकलास , ट्रेगोपान , स्नोकर आदि प्रमुख पक्षी पाये जाते है । देवदार , कैल , पडतल एवं भोजपत्र यहां बहुतायत में है । यहां आने का सबसे अच्छा समय मई एवं जून के माह में है । पार्क का मुख्यालय उत्तरकाशी में है ।

2- गोविन्द राष्ट्रीय उद्यान /Govind National Park

स्थापना वर्ष    =    1990

स्थान             =     उत्तरकाशी 

क्षेत्रफल         =     472 वर्ग किलोमीटर 

१ ९९ ० ई . में स्थापित यह पार्क उत्तरकाशी जनपद के ४७२ वर्ग कीलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है । यहां मोनाल , कलीज , कोकलास , स्नोकॉक , हिमालयन पाइड , किंगफिशर आदि पक्षी एवं तेंदुआ , हिम तेंदुआ , भरल , घार , हिमालयन काला एवं भूरा भालू , कस्तूरी मृग , सेराव आदि वन्य जीव पायें जाते है । भोजपत्र , देवदार , फर , स्पूस , खरसू , बांज , चीड आदि के पेड यहां पर है । यहां आने का बेहतर समय मई व जून है । पार्क का मुख्यालय देहरादून स्थित राजाजी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है ।

3- कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान /Corbett National Park

स्थापना वर्ष    =   1936

क्षेत्रफल         =    520.82 वर्ग 

स्थान             नैनीताल, पौडी गढवाल 

 जनपद पौडी गढवाल और नैनीताल में ५२०.८२ वर्ग कीलोमीटर तक फैले इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना १ ९ ३६ ई . में हुई ।कार्बेट नेशनल पार्क भारत ही नही अपितु एशिया का सबसे बढा पार्क है। स्वतंत्रता के बाद इसका नाम राम गंगा नैशनल पार्क रखा। गया किन्तु वर्ष 1957 में महान प्रकृति प्रेमी जिम कार्बेट की स्मृति में  इसका नाम बदल कर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क रखा गया ।

 इस उद्यान में पंछियों की लगभग ५७० प्रजातियां चिन्हित की गयी है । जिसमें ग्रेट पाइड हार्नबिल , पलास फिसिंग ईगल , कॉलर्ड फालकानेर , ब्राउन - फिश आउल , ब्लैक नैक्ड स्टार्क आदि प्रमुख है । यहां शेर , गुलदार , हाथी , चीतल , सांभर , काकड , पाडा , सियार , जंगली सुअर , घुरल , मगर , घडियाल , अजगर आदि प्रमुख जीव पाये जाते है । यहां साल , शीशम , खैर , असना , जामुन आदि के घने जंगल व घास है । यहां आने का सर्वश्रेष्ठ समय १५ नवम्बर से १५ जून तक है । सडक व रेलमार्ग से सीधे रामनगर पहुंचा जा सकता है । जहां उद्यान का मुख्यालय है । इस उद्यान का नाम प्रसिध्द शिकारी जिम कार्बेट के नाम पर रखा गया है ।

4- फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान/Valley of Flowers National Park

स्थापना वर्ष      =   1982

स्थान               =   चमोली 

क्षेत्रफल           =   87.5 वर्ग किलोमीटर 

खोज              =   1931 

चमोली जनपद में स्थित ८७.५ वर्ग कीमी . क्षेत्रफल में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना १ ९ ८२ ई . में हुई । फूलों के लिए प्रसिध्द इस घाटी में विभिन्न दुर्लभ प्रजातियों के फूल पाये जातें है । इसके साथ - साथ गुलदार , कस्तूरी मृग , भरल , हिमालयन भालू , आदि वन्य जीव पाये जाते है । यहां पर आने का सर्व श्रेष्ठ समय १५ जुलाई से १५ अगस्त है । इस उद्यान का मुख्यालय जोशीमठ में स्थित है ।

5- नंदा देवी राष्ट्रिय उद्यान / Nanda Devi National Park

स्थापना वर्ष     =   1982

स्थान               =   चमोली में 

क्षेत्रफल           = 624 वर्ग किलोमीटर 

यह स्थान 5431 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है,  उत्तराखण्ड के चमोली जिले में स्थित यह उद्दान 624 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इस पार्क में उत्तराखंड का राज्य पक्षी ,मोनाल सहित, कोकलास ,ट्रेगोपान, स्नोकांक, आदि पक्षी तथा राज्य पशु-कस्तूरी मृग,भरल,हिमालयन थार, हिमालयन ब्लैक बियर, स्नो लैपर्ड, सिराब,लाल लोमडी आदि वन्य जीव पाये जाते है । फर स्यूस , भोजपत्र , वुरांस , जोनिपर आदि वनस्पतियां यहां पायी जाती है । इस उद्यान को १ ९९ २ ई . में वर्ल्ड हैरिटेज साइट की सूचि में सम्मिलित किया गया है । यहां आने का सर्वोत्तम समय जून से अक्तूबर तक है । यहां से बद्रीनाथ फूलों की घाटी , हेमकुण्ड साहिब , औली , मलारी आदि आसानी से जाया जा सकता है । 

पार्क का मुख्यालय जोशीमठ में है।

6- राजाजी राष्ट्रीय उद्यान /Rajaji National Park

स्थापना वर्ष       =  1983

स्थान                = देहरादून, हरिद्वार व पौडी 

क्षेत्रफल            =   820.42 वर्ग किलोमीटर 

१ ९ ८३ ई . में स्थापित किया गया यह पार्क देहरादून , हरिद्वार और पौडी पनपदों में ८२०.४२ वर्ग कीलोमीटर तक फैला है । यह देश का एक मात्र ऐसा नेशनल पार्क है जो कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सबसे नजदीक है । पार्क में हाथी , शेर , गुलदार , सांभर , चीतल , काकड , घुरल , नील गाय , जंगली सुअर आदि प्रमुख वन्य जीव तथा धनेश , कलीज फीजेंट , मोर , जंगली मुर्गी , कोयल , सारस , राजगिध्द , शहीन , फालकन , लालसर आदि प्रमुख पक्षी पायें जातें है । साल , सागौन , खैर , शीशम , सीगन , खरपर , वाक्ली , सैन , चीड , सिरस , वौरंग , अमलतास आदि के वृक्ष यहां बहुतायत में पायें जातें है । इस पार्क में आने का उपयुक्त समय दिसम्बर से मार्च तक है । पार्क के अन्दर विश्राम -भवन है । तथा भ्रमण हेतु पालतू हाथी भी उपलब्ध है । पार्क का मुख्यालय देहरादून में है । इस पार्क में ३१३ पक्षियों की प्रजाति पाई जाती है । जिनमें ८७ प्रवासी , १५२ स्थानीय तथा ४ ९ उच्च हिमालय से प्रवास के लिए आती है ।


~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

अन्य सम्बन्धित लेख साहित्य----

0 comments: