Thursday 17 September 2020

हिन्दी भाषा पर कविता/Poem on hindi language/ अंग्रेजी बीती बात है आया दौर हिन्दी का/English is the last thing of Hindi

हिन्दी भाषा पर कविता/Poem on hindi language/ अंग्रेजी बीती बात है आया दौर हिन्दी का/English is the last thing of Hindi


दोस्तों आज पूरे भारत वासियों के लिए फक्र की बात है,कि 34 सालों बाद आज हम पूर्ण रूप से आजाद हुए है,क्योंकि मैकाले ने अपनी शिक्षा नीति में अंग्रेजी भाषा पर अधिक जोर दिया था,और सम्पूर्ण भारत के लोग अंग्रेजी पढने के लिए मजबूर हो गये, Poem on hindi language लेकिन हिन्दी भाषा को अपने ही देश में कोई विशेष स्थान न मिल सका। लेकिन आज 34 साल बाद जब नई शिक्षा नीति New education policy 2020 in hindi आयी है तो इसमें हिन्दी और संस्कृत भाषा को अधिक महत्व दिया गया है।  अब पूरे भारत में अंग्रेजी सिर्फ भाषा के रूप मे पढाई जाएगी।Poem on hindi languageआज मै कविता लेकर आया हूं नई शिक्षा नीति में हिन्दी को स्थान मिलने पर आशा है आपको अच्छी लगेगी। 

हाँ मै लेखक हूँ, 

लिखता हूँ मैं आज फक्र से,

जब दौर हिन्दी का आया है।

मैकाले की चलाई नीति में, 

अंग्रेजी ने लुटिया डुबाई है ।

हाँ मै लेखक हूँ।।

आएगा ओ दौर भारत में, 

जब अंग्रेजी का मोल भाव न हो पाएगा ।

कद्र नहीँ रहेगी बाजारों में, 

वो मंहगी दुकानों के लिए रोयेगी ।

आया दौर हिन्दी का अब,

अंग्रेजी पढी रहेगी फुटपाथों में ।

हाँ मै लेखक हूँ ।।

कैद रहेंगे अंग्रेजों के किस्से, 

अंग्रेजी की बंद पढी किताबों में। 

कैसे पहुंचेगी वो लोगों तक,

जब पढी रहेगी फुटपाथों में ।

दौर बदल गये,

भारत बदल गया ।

बदल गयी भारतीयों की सोच ,

अब अपनी हिन्दी के खातिर, 

अंग्रेजों की सोच को भगाना है।

हाँ मैं लेखक हूँ  ।।

अरूण सेमवाल 

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