Saturday 26 September 2020

घमंडी व्यक्ति पर कविता/Poem on arrogant person/ अहंकार।ही सफलता की रूकावट है/Ego. That is the barrier to success

घमंडी व्यक्ति पर कविता/Poem on arrogant person/ अहंकार।ही सफलता की रूकावट है/Ego. That is the barrier to success

दोस्तों आज मै व्यक्ति के अहंकार Poem on arrogant in hindi लेकर आया हूं, व्यक्ति के अन्दर घमंड आज ऐसी मानसिक  प्रतिक्रिया हो गयी है, जो कि मानसिक Mental, शारीरिक Body, और आध्यात्मिक  The spiritual रूप से एक इंसान को कमजोर कर देती है। घमंड करने से हमारे आंतरिक मन में नकारात्मक प्रतिक्रियाएं Negative reactions in hindi आती है, जो कि स्वाभाविक Natural है। इसका एक यह भी कारण है कि जब व्यक्ति में ज्यादा घमंड आ जाता है तो उस व्यक्ति के मन में अहंकार जन्म ले लेता है। जो की उसके ज्ञान को शून्य कर देता है।

आज मेरी कविता Poem on arrogant in hindi घमंडी व्यक्ति पर ही है, जो आपके लिए मार्गदर्शक का रूप लेगी

जमीं पर रहकर कभी हवा में न उडना,

अभी पंख तेरे उडने के काबिल नही है ।

ना इज्जत कम होती ना शान कम होती, 

जो बात तूने घमंड में कहीं हैं, 

वो बात अगर हंस कही होती।

क्यों करते हो खुद पर गुरूर इतना,

जिस पद पर आज तुम हो वो किसी और की इनायत है।

इनसान की फितरत है,कमजोर की कमजोरी निकालना,

अगर तू इतना सहनशा है तो,

नफरत को जेहन से निकाल दे।

वक्त का पैगाम याद रखना हमेशा,

कि जब घमंड और पेट बडता है,

लाख कोशिश के बाद भी वह किसी को गले नहीं लगा सकता ।

जिन दहकती नजरों से सहम जाया करते है लोग,

अक्सर उन्हीं नजरों को बरसते देखा है हमने ।

है अगर खुद पर ज्यादा ही घमंड तो,

सिर्फ एकबार समशान होकर आना, 

जिन्दगी की सच्चाई मालूम हो जाएगी,

क्योंकि वहाँ तुझसे भी रहीस राख में मिले पड़े होंगे।

जमीं पर रहकर कभी हवा में न उडना,

अभी पंख तेरे उडने के काबिल नही है ।


अरूण सेमवाल 

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