Thursday 10 December 2020

जीवन में धैर्य, धीरज का महत्व/Importance of patience and endurance in life in hindi

 जीवन में धैर्य, धीरज का महत्व/Importance of patience and endurance in life in hindi 


दोस्तों जिसने जीवन में धैर्य को नही अपनाया Who did not take patience in life in hindi उसने इस जीवन को व्यर्थ में ही गवायां है। क्योंकि धैर्य ही सफलता की कुंजी है Patience is the key to success in hindi  आज लोग भौतिक सुख-सुविधाएँ, जबर महत्वाकांक्षाएँ, तेजी से सब कुछ पाने की चाहत मन को असंयमित कर देती है।जिसके कारण वह हिंसा, भ्रष्टाचार, अत्याचार, उत्पीड़न, घूसखोरी, नशे की लत जैसे परिणाम सामने आते हैं।क्योंकि वह हर चीज को तुरन्त पाना चाहता है,और इच्छा पूर्ति न होने पर उसमें क्रोध भी उत्पन्न होने लगता है और काम, क्रोध, लोभ, ईर्ष्या असंयम के जनक हैं व संयम के परम शत्रु हैं। सफलता के मार्ग, सफल लोगों के विचार, success thoughts in hindi, Safalta par Suvichar, safalta par Anmol Vachan, success दोस्तों यह बहुत ही जरूरी है कि हम सफल कैसे बने? हमारी मेहनत सफल कैसे हो? क्या है सफलता पाने का मंत्र? छात्रों के लिए सबसे कठिन चीजों में से एक है पढ़ाई पर ध्यान कैसे लगाएं? और पढाई के दौरान distractions से कैसे बचें? यह हर स्टूडेंट के लिए जरूरी है, क्योंकि किसी भी एग्जाम में टॉप करने या अच्छी रैंक लाने के लिए study पर concentrate करना जरूरी है। इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि How to concentrate on study in hindi? हम सफलता कैसे हासिल करें?Slogan in Hindi, सफलता के द्वार,सफलता के सोपान


जबकी हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि कठिन परिस्थितियों में व्यक्ति की सहनशीलता की अवस्था है जो उसके व्यवहार को क्रोध या खीझ जैसी नकारात्मक अभिवृत्तियों से बचाती है। जिसके अन्दर सहन करने या इन्जार करने की छमता है वह सब कुछ हासिल कर सकता है।  वस्तुतः धैर्य नकारात्मकता से पूर्व सहनशीलता का एक स्तर है। यह व्यक्ति की चारित्रिक दृढ़ता का परिचायक भी है।


एक छोटी सी प्रेरणादायक  कहानी /A little inspirational story

किसी बाबा के पास एक बार एक महिला बही दुखी होकर गयी। दुख का कारण बस इतना था कि बेटा ध्यान केंद्रित नही कर पाता है।The son is unable to concentrate in hindi वह हर चीज को बहुत ही जल्दी पाना चाहता है।He wants to get everything very quickly. वह बिलकुल भी इन्तजार नहीँ कर पाता है। और इसी वजह से वह हर चीज में पिछड रहा है। कृपया आप उचित मार्गदर्शन करें। 


महिला गहरे भाव के साथ जब यह बात कहती है तो ऋषि समझ जाते है। और वे तो अन्तरध्यानी थे सब समझ गये । और उनसे कहा कि तुम बालक को कुछ दिनो के लिए मेरे पास छोड दो जरूरत फायदा होगा। वह बालक आश्रम के वातावरण को अपने अन्दर समाहित नहीं कर पाता है। वहाँ शान्त वातारण था। लेकिन बच्चे को तो उछलकूद करनी थी । फिर भी वह बालक ए सोचकर बैठा रहता है की कुछ ही दिनो की ती बात है।


फिर एक दिन महात्मा जी बच्चे को बगीचे मे ले जाते है और बालक से कहता है ,तुम्हारा मन पसंद फल कौन सा है। वह कहता है आम महात्मा जी कहते है कि लेले वह एक फल निकाल कर खाने लगता है। और महात्मा उस बालक से कहता है की फल खाकरके गुठली जमीन मे गाड दो जिससे इस पर भी पेड लग आएगा। 


बालक पास में ही उसे गाड लेता है ,औस कुछ समय बीतने के बाद महात्मा जी उस बाल से कहते है की देखो तो क्या उस पर पेड लग आया है। बालक आश्चर्य से देखता है कि इतने जल्दी पेड कैसे आ सकता है। फिर भी गुरू जी की आज्ञा मानता है लेकिन उस पर पेड नहीं आया है।


ऐसी ही प्रकिया गुरूजी हर 10-15 मिनट बाद करते रहे जब बालक परेशान हो गया तो आखिर उसने महात्मा जी से पूछ ही लिया।  की गुरू आप तो कहते है की आपको सभी चीज का ज्ञान है, आप महाज्ञानी है लेकिन देखकर लग नहीँ रहा है। क्या आपको पता नही की इतनी जल्दी पेड नही उग पाता है? उसके लिए हमे उसे समय देना पडता है? 


तब महात्मा जी कहते है की यही बात तो मै आपको समजाना चाहता हूँ की कोई भी हमे तुरंत नहीँ मिलत है?Nobody meets us immediately उसके लिए हमे सही समय का इन्तजार करना पढता है?Do we have to wait for the right time for that 


बालक महात्मा जी की बातो को समझ जाता है। और अपने जीवन में धैर्य से काम करने का संकल्प लेता है और चला जाता है।


पूरा निष्कर्ष यही है की हमारे सब काम सफल तभी होंगे जब हमारे अन्दर धैर्य, धीरज होगा, क्योंकि कर्म का फल आने मे देर लगता है । इसीलिए कुछ पाना चाहते है तो इन्तज़ार, धैर्य, धीरज को अपना सीखो।The whole conclusion is that all our work will be successful only when we have patience, patience, because it takes time for the fruits of karma to come.  That is why if you want to get something, then wait for your patience, patience and patience


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