Navgrah shanti ke upay in hindi नवग्रह शान्ति के लिए लाल किताब के अचूक उपाय, जप संख्या, दान सामग्री, वैदिक मंत्र, तन्त्रोक्त मंत्र, एवं धातु रत्न आदि विस्तृत वर्णन
दोस्तों ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीँ है जो ग्रहों से परेशान नही रहता है।ग्रहों की पीड़ा से शायद ही कोई बच सका है। हमारा कभी कोई ग्रह शान्ति तो कोई खराब रहता है। व्यक्ति जीवन भर किसी न किसी ग्रह से पीड़ित रहता ही रहता है। कुछ ग्रह तो इस तरह से खराब हो जाते है कि लोग राजा से रंक बन जाते है। ज्योतिष शास्त्र इस पीड़ा को कम करने के अनेकों उपाय है। व्यक्ति अपने जीवन में आने वाले संकट को टाला तो नहीं सकता, लेकिन उसके प्रभाव को ज्योतिष उपायों के माध्यम से बहुत हद तक कम कर सकता है। यानी उन ग्रहों की विपरीत गति को सही गती दे सकते हो। क्योंकि अधिकतर लोग नहीं जानते कि ग्रह दोष क्या है? ग्रह दोष के उपाय क्या है?ग्रह शान्ति के मूल मंत्र क्या है? कैसे जाने कौन से ग्रह खराब है? नवग्रह के मूल मंत्र कौन है? सभी ग्रह शान्ति के एक ही उपाय आदि अनेकों सवाल हमें परेशान करते है।तो चलिए कुछ ऐसे आसान एवं अचूक उपाय है जिन्हें कभी भी प्रयोग में लाया जा सकता है। इन उपायों को व्यक्ति स्वयं भी कर सकता है। हम पढेंगे नवग्रह शान्ति के लिए लाल किताब के अचूक उपाय, जप संख्या, दान सामग्री, वैदिक मंत्र, तन्त्रोक्त मंत्र, एवं धातु रत्न आदि विस्तृत वर्णन इन उपायों के करने से ग्रहों की अशुभता कम होने लगती है जिससे उसकी परेशानी भी कम होने लगती हैं। सबसे पहले मन में विश्वास जगाइए तभी कार्य सफल होगा।
Navgrah shanti ke upay in hindi
1- सूर्य ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्र जापॐ आकृष्णेन रजसावर्त मानोनिवेशयन्नमृतं मर्त्यञ्च ।हिरण्ययेन सवितारथेन देवोयाति भुवनानि पश्यन ।।
जप संख्या - 7000
रत्न धातु - माणिक्य (सोना)
लाल किताब के अचूक उपाय
सूर्य अशुभ स्थिति में हो तो स्वयं से किसी से दान न लें, घर से पूर्व दिशा में रसोई बनाएं। नमक कम खाएं। मीठा खाकर या पानी पीकर प्रत्येक कार्य आरम्भ करें।
सूर्य दान सामग्री -
सोना, माणिक, गाय, गुड, तांबा, लाल वस्त्र, कमल, लाल चन्दन, गेहूं, मसूर, केसर आदि ।
2- चन्द्रमा ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्र जापॐ इमन्देवाऽसपत्नसुवः वमहते क्षत्रायमहतेज्येष्ठयायमहतेजानराज्ज्यायेन्द्रस्येन्द्रियाय। इमममुष्यपुत्रममुष्यैपुत्रमस्यैव्विशऽएववोऽमीराजासोमोस्माकम्ब्राह्मणानाराजा ।।
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्राय नमः ।
जप संख्या - 11000
रत्न धातु - मोती (चांदी)
लाल किता के अचूक उपाय
चांदी के बर्तन का पानी व दूध पीने में इस्तेमाल करें। कांच का बर्तन का प्रयोग न करें। रात्री में कभी भी दूध न पीवें। वर्षा का जल घर में रखें।
चन्द्रमा दान सामग्री -
मीती, चांदी, मिश्री, दही, सफेद चन्दन, सफेद फूल, सफेद कपडा, बांस की टोकरी में भरे चावल, कपूर आदि ।
3- मंगल ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्रॐ अग्निमूर्द्धादिवः ककुत्पतिः पृथिव्याऽअयम । अपारेतासिजिन्न्वति ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः ।
जप संख्या - 10000
रत्न धातु - मूंगा, तांबा
लाल किताब के अचूक उपाय
चिडियों को मीठा खिलायें। रात में सिरहाने के पास पानी रखकर सोयें । पक्षियों जैस - तोता,मैना आदि न पालें । विधवा स्त्री की सहायता करें ।
मंगल दान सामग्री -
4- बुद्ध ग्रह शान्ति -
वैदिक मंत्रॐ उद्बुध्स्वाग्नेप्रतिजागृहित्वमिष्टापूर्तेससृजेथामयञ्च । अस्मिन्त्सधस्थेऽअध्युत्तरस्मिन्न्विश्वेदेवायजमानश्च सीदत ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ।
जप संख्या - 9000
रत्न धातु - पन्ना ,सोना
लाल किताब के अचूक उपाय
अंडा, मांस का सेवन न करें। केसर का तिलक लगाएं, चांदी की जंजीर धारण करें। छत पर वर्षा का पानी या दूध रखें।
बुद्ध दान सामग्री -
हरे वस्त्र, कांसा, घी,सोना,पन्ना, शक्कर,कपूर,कोई फल आदि ।
5- गुरू ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्रॐ वृहस्पतेऽअतियदर्य्योऽअर्हाद्युमद्विभातिक्रतुमज्जनेषु ।
यद्दीदयच्छवसऽऋतप्रजाततदस्मासु द्रविणन्धेहि चित्रम् ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः ।
जप संख्या - 19000
रत्न धातु - पुखराज, सोना
लाल किताब के अचूक उपाय
गुरू की वस्तुएं जैसे - चना, हल्दी, घी, आदि पीले कपडे में बांकर मंदिर में दें। पीपल वृक्ष को पानी दें।
गुरू दान सामग्री - सोना,खाण्ड,पीले वस्त्र, नमक, पीले पुष्प, शक्कर, मोदक, हल्दी, चने की दाल, पुखराज, आदि ।
6- शुक्र ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्रॐ अन्नात् परिस्त्रुतोरसम्ब्रह्मणाव्यपिवत्क्षत्रम्पयः सोमं प्रजापतिः । ऋतेनसत्यमिन्द्रियंव्विपानशुक्रमन्धसऽइन्द्रस्येन्द्रियमिदम्पयोऽमृतम्मधु ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ।
जप संख्या - 16000
रत्न धातु - हीरा ,चांदी
लाल किताब के अचूक उपाय
दही से स्नान करें। गाय का घी मंदिर में दें। चांदी की ठोस गोली पास में रखें । कांसे का बर्तन दान करें। स्त्री को धन संबंधी मामलें न सौंपे।
शुक्र दान सामग्री - श्वेत वस्त्र, गाय,चावल, घी, सोना, हीरा, श्वेत पुष्प, दुग्ध, चांदी, दही आदि।
7- शिनि ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्रॐ शन्नौ देवीरभिष्टयऽआपोभवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तु नः ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः ।
जप संख्या - 23000
रत्न धातु - नीलम, लोहा
लाल किताब के अचूक उपाय
मांस-मदिरा का सेवन न करें । बहते पानी में शराब बहाएं ।कुयें में दूध गिरायें । णस्तक पर कभी तेल न लगाएं। सांप न मारे ।
शनि दान सामग्री - नीलम,सोना,लोहा,उडद,कुलथ,तेल,काला,कपडा,फूल आदि ।
8- राहु ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्रॐ कया नश्चित्रऽआभूवदूतीसदावृधः सखा । कया शचिष्ठयाव्वृता ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः ।
जप संख्या - 18000
रत्न धातु - गोमेद , चांदी
लाल किताब के अचूक उपाय
माता को हमेशा प्रसन्न रखें। काला कुत्ता पाले।नारियल बहते पानी में बहाए।खना जहाँ बना हो वहीं बैठकर खाए। केसर का तिलक लगाए। चांदी का टुकड़ा अपने पास रखें।
राहु दान सामग्री - गोमेद, सोना, सीसा, तांबा, तिल, नीले कपडे, तेल, काले फूल, कम्बल, सूप, नारियल।
9- केतु ग्रह शान्ति
वैदिक मंत्रॐ केतुङ् कृण्वन्नकेतवेपेशोमर्य्याऽअपेशसे समुषद्भिरजायथा ॥
तन्त्रोक्त मंत्र - ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः ।
जप संख्या - 18000
रत्न धातु - लहसुनिया चांदी
लाल किताब के अचूक उपाय
शरीर पर स्वर्ण धारण करें । कुत्ता पाले, आवारा कुत्तों को रोटी दें। श्रीगणेश जी की उपासना करें। कुलपुरोहित को समय-समय पर दान करते रहें।
केतु दान सामग्री - लहसुनिया, सोना, लोहा, तेल, कम्बल, कपडे, धूम्र पुष्प, नारियल, खोया, सतनाजा।
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