Monday 28 June 2021

Best School life Shayari मेरे स्कूल के वो दिन पर शायरी, अनमोल वचन एवं कविता Shayari, priceless words and poetry on that day of my school

Best School life Shayari  मेरे स्कूल के वो दिन पर शायरी, अनमोल वचन एवं कविता 

नमस्कार दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं मेरे स्कूल के वो दिन दोस्तों स्कूल  शब्द खुद में एक भावनात्मक शब्द है हम सभी का स्कूल लाइफ से बहुत लगाव होता है ये सबसे शानदार पल होता है। आज हम आपके लिए वो स्कूल के दिनों पर शायरी लेकर आए है मै आपको स्कूल में बिताया गया हर एक पल याद दिलाने की कोशिश कर रहा हूं। School Shayari, Shayari on School Life, School Friendship Shayari, School Shayari in Hindi,आज हम इस पोस्ट में School Shayari, अलविदा स्कूल शायरी, School Status, School Funny Shayari, School Quotes,जोक्स, विचार,  अनमोल वचन School Ka Zamana Shayari,School Ki Shayari, School Ki Yaadein Shayari, School Shayari Image, School Shayari in hindi अगर आपको पसंद आए तो कमेन्ट अवश्य कीजिए। 


वो स्कूल के दिन भी कितने हसीन थे ।
कभी दोस्तों से रूठना तो कभी मनाना पढता था ।

 

उन दिनों मासूमियत से मुंह किताबों के पीछे छिपाया करते थे।
किताबें पढने के लिए बल्कि चुपके से दोस्तों से बातें जो करनी थी ।

 

याद है वो दिन हमें जब हम very Good देखकर फूले नहीं समाते थे ।
आज वही काॅपियां यारो रद्दी के भाव बिक रही है ।

 

 

पहले तो यह समझ न आता था कि स्कूल में दिन कब बीत जाता था ।
आज भी यह समझना मुश्किल है कि वो स्कूल के दिन कब बीत गये ।

 

सब कुछ बिखर जाता है इस जहाँ में सारी यादें तक मिट जाती है ।
मिटती नहीं कभी तो वो स्कूल के दिनों की ही यादें होती है ।

 

काम न करने का डर और फेल न होने का भी खुशी में बदल जाता था ।
जब पता लगता की सगे दोस्त के साथ भी वही घटना घट आयी है ।

 

जिंदगी के हसींन पल तो स्कूल में गुजारा दिए हमने ।
बाकी जीवन तो तन्हाईयों में ही गुजर रहा है ।

 

आज भी वो राहें याद है मुझें जहाँ  स्कूल जाने में गुजारा करते थे ।
कुछ यादें पेडों में सिमटी है तो कुछ यादे हवाओं में घुली हुयी है ।

 

आज भी याद है मुझे वो स्कूल के  यार ।
जो हर परिस्थति में साथ देने को रहते थे तैयार ।

 

हूँ आज भी मैं वो बस्ते का बोझ उठाने को तैयार। 
क्योंकि नहीं उठा जाता मुझसे आज ये जिम्मेदारियों का बोझ ।

 

काश लौटकर आ जाए फिर वो स्कूल के दिन ।
इस बार स्कूल न जाने का कोई बहाना नहीं होगा ।

 

स्कूल का पहला और आखिरी दिन एक जैसा होता है यारों ।
फर्क सिर्फ इतना है कि दोनों समय पलकों में आंसू आने के मायने अलग होते है ।

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