Tuesday 1 June 2021

A girl's true loyalty and desire changed her destiny. If you have faith, patience and perseverance, everything is possibleएक लडकी की सच्ची निष्ठा और इच्छा ने बदला अपना भाग्य | अगर विश्वास,धैर्य और लगन हो सबकुछ मिल जाता है।

एक लडकी की सच्ची निष्ठा और इच्छा ने बदला अपना भाग्य | अगर विश्वास,धैर्य और लगन हो सबकुछ मिल जाता है।

नमस्कार दोस्तों आज हम बात कर रहें है कि भाग्य कैसे बदलता है। और जो भाग्य में नहीं है उसे कैसे प्राप्त करें, दुर्भाग्य को कैसे बदलें? लक्ष्मी जी को कैसे प्रश्न करे? अक्सर सभी सोचते है कि बिना कुछ किए ही उसे वह सबकुछ मिल जाए। तो क्या यह सम्भव है कयी तर्क वितर्क भी होते है भाग्य बड़ा है या कर्म। हम अपनी कुंडली देखकर ग्रहों की गति अनुसार कुछ कर्म करते भी है,तो क्या ग्रह हमारे कर्मों को बदल लेते है। नहीं भाग्य में जो है वह बदल नहीं लकता यह प्रमाण है हमारे शास्त्रों में।  किन्तु किसी की सच्ची निष्ठा,लगन,धैर्य दुर्भाग्य को भी बदल लेता है।

सबसे पहले खुद पर विश्वास रखें कि आपने जिन भी परिस्थितियों का सामना किया है, उस दुख से आप उभर पाएंगे।ईश्वर पर विश्वास होना,या अपने कर्म पर विश्वास होना  या खुद पर विश्वास होना इन्हें ध्यान में रखकर यह विश्वास बनाना चाहिए कि ईश्वर हमेशा हमारे साथ है और वह सहायता अवश्य करेगा।यहीं नही हर उस कार्य में  जिसे आपने शुरू किया है,आपका पक्का विश्वास ही आपको जीत दिला सकता है। अगर यह विश्वास पक्का हो जाए तो मदद जरूर मिलेगी और अगर आपमें पाने की आपकी दृढ इच्छा शक्ति है तो फिर वो आप को मिलकर ही रहेगा। तीसरा सदा ईश्वर को याद रखकर खुद का आत्मसमर्पण कर देना चाहिए।क्योंकि सब उसी के हाथ में है आप तो एक माध्यम हो यह प्रार्थना करनी चाहिए कि जो हमारे लिए सबसे कल्याणकारी हो, जीवन में अगर आपको कुछ पाना है तो मेहनत तो करनी ही पड़ेगी। मंजिलें उन्हीं को मिलती है जो उसकी ओर कदम बढ़ाते हैं।और जिनकी इच्छाशक्ति प्रबल हो और दृढ विश्वास हो तो उसे सभी चीज आसानी से मिल जाता है।

एक लडकी की सच्ची भक्ति, विश्वास, धैर्य और लगन के सामने हारा भगवान 

जी हां एक ऐसी लडकी की Motivational story in hindi कहानी है जो आपके अन्दर जोश भर देगा, आपको भी दुखों को सहने की शक्ति मिल जाएगी। एक बार की बात है। एक लडकी बहुत गरीब परिवार  से थी इतना गरीब परिवार की उनके पास एक टूटी फूटी झोपड़ी और टूटे फूटे कुछ बर्तन थे। वह अपने भाग्य से बहुत परेशा थी।उसकी ऊम्र केवल 7 साल की थी,किन्तु गरीबी की हालात ने मानों उसे सबकुछ समझा दिया। पिता हमेशा बीमार रहते थे और माता कुछ घरों में काम करती थी।  वह लडकी भगवान् शिव पर बहुत भरोशा करती थी। एक दिन वह मां से विना बताए जंगल में भगवान से मिलने पहुंच जाती है। क्योंकि यह मान्यता है कि पीपल और वट वृक्ष में देवता निवास करते है। वह वट वृक्ष के नीचे बैठकर रोने लगती है और ईश्वर से कहती है कि आपने हमें इतना गरीब क्यो बनाया। वह सात साल की लडकी अकेले वन में बस रो रोकर सिर्फ भगवान का नाम ले रही है। 

माता पार्वती और शिव उसे देखते है। माता पार्वती को दया आती है और कहती है। स्वामी देखो आपकी भक्त आप से कुछ मांगना चाह रही है। आप उसे दे दीजिये। शिवजी कहते है। इसके भाग्य में धन नहीं  है मै कैसे दे दूं।  फिर भी माता पार्वती को उस पर दया आती है और शिव से कह देती है। आपको इसे धनवान बनाना ही है। शिव मान जाते है और उस लडकी को एक पोटली पर हीरे  जेवरात रखते है। और कहते है इससे तेरी गरीबी दूर हो जाएगी। 

वह लडकी उछलती कूदती हुई घर की तरफ जाती है। रास्ते में वह शौच जातीं है। पोटली को पत्थर के ऊपर रखती है। एक बाज आकर उस पोटली को ले जाता है। वह रोती हुई घर जाती है और मां से कहती है। माता जी आज बाबा ने मुझे पोटली दी पर उसे बाज ले गया।
लडकी दूसरे दिन फिर उस वट वृक्ष पर जाती है। फिर से रोना शुरू करती है।माता पार्वती शिव से कहती है अब तो इसके दुख को हर लो शिव कहते है जब सुख इसके भाग्य में है ही नहीं तो कैसे मिलेगा। फिर से लडकी के सामने जाते है लडकी फिर से कहती है आपने मुझे गरीब क्यों बनाया। शिव कहते है कल तो तुम्हें धन दिया था।लडकी कहती है वह बाज ने ले गया। शिव कहते है इस बार मै आपको लाल मणी देता हूँ जो पय्थर को भी सोना बना देता है। लेकिन इस बार इसे सम्भाल कर रखना। वह इस बार इसे सम्भाल कर ले जाती है। और घर जाते ही उसे घडे में रख लेती है। और मां से कहती है कि आज बाबा ने मुझे लाल मणी दी है। माता फिर से उसकी सैतानी समझकर उसे काम करने के लिए कहती है। लेकिन उसकी जिद के कारण माता घडे में देखती है,किन्तु वहाँ मणी नहीं रहती है। वह लडकी फिर परेशान हो जाती है और दूसरे दिन फिर उसी वट वृक्ष के नीचे जाती है। 

माता पार्वती फिर शिव से कहती है कि अब तो आपको इसका भाग्य बदलना ही होगा। ऐसा भक्त मैने पहली बार देखा है जो बार बार कष्ट पा रहा है फिर भी आप पर विश्वास बनाए रखा है। नहीं तो आज कल दुनियाँ में अगर किसी की मन्नत पूरी नहीं होती है तो वो भगवान बदल लेते है। इच्छा पूरी न हो तो अपना धर्म तक बदल लेते है लेकिन इस बालिका की सच्ची निष्ठा तो देखो इसका आपके प्रति विश्वास तो देखो न उसने भगवान चेंज किया न ही अपना इरादा चेंज किया उसका जो लक्ष्य है उसी पर अडिग है। शिव उसे अपना परम भक्त मानकर उसे एक सोने का सिक्का देते है और कहते है कि अब तुम्हें कोई दुख नहीं होगा तुम्हारा भांग्य बदल चुका है।  वह सोने के सिक्के को घर ले जाती है माँ बहुत प्रसन्न होती है। चोर को भी भगवान सपने में चेतावनी देते है चोर दूसरे दिन लाल मणी उसी घडे में रख लेती है। वह पक्षी भी जेवरातों की पोटली फिर से उसके घर में रख लेती है। और इसी प्रकार वह अमीर बन जाती है। उसका दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल जाता है।

इसीलिए कहा गया अगर आपकी सच्ची निष्ठा और लगन हो तो आप कामयाबी से लेकर अपना भांग्य भी बदल सकते है। हम तरक्की इस लिए नहीं कर पाते क्योंकि हम थोडी सी मुसीबत आने पर अपना रास्ता बदल लेते है। अगर एक ही जगह ध्यान केंद्रित और एकाग्रता रखे तो नामुमकिन कार्य भी मुमकिन हो जाता है। जब निकल गये हो तो शा ही रास्ता बदलो और ना ही लक्ष्य बदलो सफलता आपनो निश्चित ही मिलेगी। सच्ची लगन और निष्ठा के सामने भगवान भी अपना लेख बदल लेते है।
   ( If you have true devotion and dedication, then you can change your destiny from success to success.  We are not able to progress because we change our path when we face some trouble.  If you keep your focus and concentration in one place, even impossible tasks become possible.  When you have left, then only change the path and neither change the goal, you will definitely get success.  Even God changes his writings in front of true dedication and devotion.)

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