Life Success mantra 30 वर्ष से पहले हर माता-पिता को समझानी चाहिए ये बातें अपने बच्चों को नहीं तो पूरे जीवन पछताना पढेगा?
नमस्कार दोस्तों हम सभी लोग जीवन में सफल होना चाहते है। और हमारे माता पिता हरदम यह प्रयास करते है हम अच्छी राह पे चलकर जीवन में कामयाबी तथा मान-प्रतिष्ठा हासिल करें, लेकिन हम जीवन में सही चुनाव नहीं कर पाते है। बचपन में हमारे मन में कयी सवाल खडे हो उठते है। कुछ लोग तो सम्भल पाते है लेकिन कुछ लो love इश्क के चक्कर में पढकर अपना जीवन तबाह कर देते है। कुछ माता पिता की गलती भी होती है जो उन्हें सही गाइडेंस नही कर पाते है।
दोस्तों हमेशा याद रखिए हमारी मानसिकता जैसी होती है,हम वैसे ही माहौल पर्यावरण की रचना करते है। इन्शान तो माहौल का ही रचयिता होता है, यानी आपकी मानसिकता सकारात्मक हो या नकारात्मक वैसे ही माहौल की संरचना हमारे मन में उठने लगती है। हम दोष किसको दें अपने भविष्य का निर्माण हम खुद ही करते है।
अक्सर हम माता-पिता के पैसों पर तो खूब ऐस करते है लेकिन खुद की कमाई से खरीदी हुयी स्प्लेंडर मां-बाप के द्वारा दी हुयी B.M.W कयी ज्यादा सुकून देती है। जीवन में आपको हर एक वो परीक्षा दी जाती है जो आपने स्कूल में दी है।, डो आपको हर राह पर सबक सिखाती। आइए जानते है वो खास बाते जो आपके बच्चे का भविष्य बना दे, जो आपके बच्चे को सफलता दिला दे।
सफल लोगों की सोच successful people thinking
: ज्ञान-शिक्षा
: नौकरी
: पैंसा
: प्यार
: इज्जत
: ईश्वर की भक्ति
: ऐसो आराम
असफल लोगों की सोच thinking of unsuccessful people
: प्यार: बरबादी
: धोका
: बेईज्ज़ती
: माता-पिता की बदनामी
: मानसिक पीडा
: जीवन लीला समाप्त
: नकारात्मक सोच
: अविश्वासी
: रोगों से ग्रसित
: आदि कयी प्रकार की पीडाओं से दुखी रहता है ।
👉 बच्चों से विशेष आग्रह special request to children
इसीलिए इस जीवन को यूं ही तवाह न करें भोग विलासों में सुख न ढूंढे यह केवल छणिक सुख है । जब आप अपने जीवन में कामयाब हो जाओगे तो आपको धीरे धीरे सबकुछ मिलना आरम्भ हो जाएगा। कम से कम 30 बर्ष की उम्र तक अपने करियर पर ध्यान दीजिए। Love प्यार के चक्कर में समय को न बरबाद करें यह समय रहते आपको अवश्य प्राप्त होगा अन्यथा अगर आप 30 बर्ष से पहले ऐयासी का जीवन जीओगे तो आजीवन आपको कष्ट उठाने होंगे।
👉 माता-पिता से विशेष आग्रह special request to parents
आज जमाना बदल गया है अपने बच्चे से खुल कर बात करें उनकी भावनाओं को समझें और अगर ओ गलत राह पर जा रहे हैं। तो उन्हें उसके दुष्परिणामों के बारे में बता दो। अगर फिर भी न माने तो आप उसे अन्य गतिविधियोंसे समझाने का प्रयास कीजिए। अन्यथा उसे आगे समझाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। आप अपने बच्चे के लिए क्या फैसला और चुनाव करते हैं यह सब आपके हाथ मे है। आपके बच्चे का भविष्य आपके हाथ में है, क्योंकि बच्चे को अच्छे बुरे का फर्क नहीं मालूम होता है।
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