Friday 5 November 2021

Brahma Muhurta Visheshank | ब्रह्म मुहूर्त में उठने के अलौकिक रहस्य और जानिए ब्रह्म मुहूर्त क्यों है इतना विशेष और इसके लाभ एवं महत्व क्या है?

नमस्कार दोस्तों आज हम ब्रह्म मुहूर्त पर बात कर रहे है,हिंदू धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व माना जाता है। हम लोग हर काम को शुरू करने से पहले मुहूर्त निकलवाते हैं। तभी हमारे मन की संतुष्टि हो पाती है,हमारे कार्य सफल होते है, हमारे तरक्की के रास्ते खुलते है,हमें हर क्षेत्र में कामयाबी मिलती है, हमारे घर में सुख समृद्धि तथा लक्ष्मी का प्रवेश होता है,इसी कारण मुहूर्त निकलवाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक दिन यानी 24 घंटे में 30 मुहूर्त होते हैं। और 4 महाकल माने जाते है,1- रूद्र काल, 2- राक्षस काल, 3- गंधर्व काल, 4- मनोहर काल यानी ब्रह्म मुहूर्त काल सूर्योदय के पहले दो मुहूर्त होते हैं। विष्णु मुहूर्त और ब्रह्म मुहूर्त।

Brahma Muhurta Visheshank

भारतीय संस्कृति की इस महान पद्धति को पूरे विश्व ने अपनाया है। आज पूरा विश्व ब्रह्म मुहूर्त के महत्व एवं उपयोगिता को समझते है और आत्मसात करते है। ब्रह्म मुहूर्त रात्री का अंतिम पहर होता है । इस समय ब्रह्माण्ड में अलौकिक शक्तियां विचरण करती है,पूरे संसार के जीवो का जागने का समय होता है। यह प्रकृति अपनी चमत्कारी शक्तियां पर्यावरण में विखेर देती है। इसी समय देवताओं का जागने का समय होता है। आइए जानते है ब्रह्म मुहूर्त के बारे में विस्तार से अच्छा लगे तो कमेन्ट अवश्य करें। 

Brahma Muhurta Visheshank | ब्रह्म मुहूर्त में उठने के अलौकिक रहस्य और जानिए ब्रह्म मुहूर्त क्यों है इतना विशेष और इसके लाभ एवं महत्व क्या है?

हमारे वेदों पुराणों एवं ग्रंथो मे ब्रह्म मुहूर्त का को सबसे खास व बेहद सफलता दायक माना गया है।ब्रह्म मुहूर्त यानी रात्री का आखिरी पहर यानी प्रातः 03:00 बजे से शुरू होता है। इसीलिए यह समय पढाई के लिए, ध्यान के लिए, आरोग्यता के लिए, अच्छे विचारों के लिए, दिन की शुरूआत के लिए, योजना बनाने के लिए, घर में पूजा-पाठ करने के लिए, साधना तथा योग के लिए, घर की साफ-सफाई के लिए शुभ योग माना जाता है। For study, for meditation, for health, for good thoughts, for starting the day, for planning, for worshiping in the house, for meditation and yoga, for cleaning the house  It is considered auspicious yoga भारतीय संस्कृति की माने तो इसमें रात्री को चार भागों में विभाजित किया गया है और चारों का अपना अलग-अलग महत्व है।https://youtu.be/tOOLD7CqCz0

रात्री 4 भागों में विभाजित है Night is divided into 4 parts

1- रूद्र काल

2- राक्षस काल

3- गंधर्व काल

4- मनोहर काल

1-रूद्र काल Rudr kal

यह रात्री का पहला काल माना जाता है। यह सांय 06 बजे से 08 बजे तक माना जाता है। इस समय सयन करने से व्यक्ति मानसिक व शारीरिक रोगों से घिर जाता है। यह समय भक्ति तथा अध्ययन का काल माना जाता है। (This is considered to be the first period of the night.  It is considered from 06 pm to 08 pm.  Sleeping during this time makes a person surrounded by mental and physical diseases.  This time is considered to be the time of devotion and study)

2- राक्षस काल Rakshas kal

यह रात्री का दूसरा काल है ।ये रात 9 बजे से शुरू होकर 12 बजे तक रहता है। नाम के अनुसार इस समय धरती पर कामुक शक्तियां और बुरे विचारों का प्रभुत्व रहता है, इस समय जागने वाला अपने विचारों तथा कामुक शक्तियों पर नियंत्रण नहीं कर पाता जिस कारण वह राक्षस जैसा व्यवहार करता है।इसीलिए व्यक्ति को 9 से 12 बजे रात्री के समय जागना नहीं चाहिए।  (This is the second period of the night. It starts from 9 o'clock in the night and lasts till 12 o'clock.  According to the name, at this time, the earth is dominated by sensual forces and evil thoughts. At this time the waking person is not able to control his thoughts and sensual powers, due to which he behaves like a demon. That is why the person should not wake up at night from 9 to 12 o'clock.  needed)

3- गंधर्व काल Gandhrv kal

यह रात्री का तीसरा काल है,जो रात 12 बजे से 3 बजे तक होता है। यह शान्त काल माना है जो नियम से दूसरे काल को अपनाता है उसे इस काल में चैन,सुकून व गहरी नींद आती है। इस समय सुकून से सोने पर ही व्यक्ति दूसरे दिन के लिए पूर्ण तैयार हो पायेगा अन्यथा वह दूसरे दिन आश्वस्त रहेगा। (This is the third period of the night, which is from 12 o'clock in the night to 3 o'clock.  This is considered to be a period of peace, who adopts another period from the rules, he gets peace, relaxation and deep sleep during this period.  Only after sleeping comfortably at this time will a person be fully prepared for the next day, otherwise he will be confident on the second day)

4- मनोहर काल (ब्रह्म मुहूर्त)Manohar Cal (Brahma Muhurta)

यह काल प्रातः 03 बजे से 06 बजे तक रहता है। इस काल के कयी नाम है जैसे जागृति काल, अमृत काल, मनोहर काल यह समय पढने के लिए सबसे अच्छा माना गया है,इस समय हमारा दिमाग 100% कार्य करता है। यही समय देवताओं का जागने का होता है।इसी समय ब्रह्माण्ड में अलौकिक शक्तियां घूमती है। यही सर्वश्रेष्ठ तथा सर्वोच्च काल माना गया है। (This call lasts from 03 AM to 06 AM.  There are many names of this period such as Jagriti Kaal, Amrit Kaal, Manohar Kaal, this time is considered the best for reading, at this time our brain works 100%.  This is the time for the awakening of the deities. At this time, supernatural powers revolve in the universe.  This is considered to be the best and highest period)

ब्रह्म मुहूर्त का महत्व व विशेषताएं Significance and Features of Brahma Muhurta

ब्रह्म मुहूर्त में उठने के अनगिनत विशेषताएं है।

> सौन्दर्य बढता है, beauty grows

> घर में सकारात्मकता आती है, Positivity comes in the house

> बुद्धि बढती है, intelligence grows

> धन बढता है, money increases

> घर में लक्ष्मी आती है, Lakshmi comes to the house

> घर में आरोग्यता मिलती हैGet health at home

> शान्ति मिलती है, find peace

> समृद्धि मिलती है, get prosperit

> प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, strengthens the immune system

> खुशियाँ मिलती है, happiness comes

> सफलता मिलती है, success comes

> कामयाबी हासिल होती है, success is achieved

> भय समाप्त होता है, fear ends

> नशे से दूर रहता है, stays away from drugs

> दर्द,खरास,ऐंठन से राहत मिलती है, Relieves pain, soreness, cramps

> भक्ति में मन लगता है, I feel in devotion,

> दिनभर स्फूर्ति रहती है, Enthusiasm throughout the day

> भाग्य जाग जाता है, fate wakes up

> लम्बी आयु जीता है, lived a long life

> तनाव से दूर रहता है, stays away from stress

> खनिज और विटामिन का अवशोषण बढता है, Increases absorption of minerals and vitamins

ब्रह्म मुहूर्त में उठने के फायदे /Benefits of getting up in Brahma Muhurta

1- ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति स्वस्थ जीवन जीता है तथा वह हर समय स्फूर्ति एवं ताजगी से भरा रहता है,चाहे उम्र कितनी ही क्यों न हो।

2- ब्रह्म मुहूर्त में किए गये योग से हमारी आंतरिक शुद्धि होती है और हमारी इन्द्रियों की शक्ति कयी गुना बढ जाती है।

3- ब्रह्म मुहूर्त का समय विद्या एवं ज्ञान प्राप्ति के लिए वाशेष माना गया है। इसय हमारा दिमाग 100% काम करता है और हमारी याददाश्त भी सक्रिय हो जाती है।और पढाई में एकाग्रता आती है।

4- ईश्वर की भक्ति के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है,इस समय आध्यात्मिक शक्ति मजबूत होथी है,एकाग्रता बढती है,विश्वास बढता है, प्रेम बढता है तथा समर्पण की भावना जागृत होती है।

5- इस समय दिमाग़ तंदुरुस्त रहता है और भविष्य की योजना बनाने के लिए बहुत अच्छा समय है,आप अपने जीवन साथी या बच्चों के तथा परिवार के भविष्य के बारे में शान्ति से प्लानिंग कर सकते है।

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