Tuesday 28 December 2021

Benifits of Gayatri mantra गायत्री मंत्र जाप के चमत्कारी 14 फायदे अर्थ, महत्व,रहस्य, विशेषताएं एवं विस्तृत वर्णन

नमस्कार दोस्तों आज हम महा मंत्र Gayatri mantra secret in hindi के बारे में बात कर रहे है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंत्रों का जाप (Chanting Mantras) करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।अच्छे विचारों का प्रभाव बडता है,ज्ञान और बुद्धि बडती है,तथा मन के सभी दुख, द्वेष, पाप, भय, शोक जैसे नकारात्मक चीजों का अंत हो जाता है। या ये कहें कि आत्मीय शान्ति का अनुभव होता है।  और साथ ही मानसिक तौर पर जागृत तथा सशक्त हो जाती है। 

Benifits of Gayatri mantra गायत्री मंत्र जाप के चमत्कारी 14 फायदे अर्थ, महत्व,रहस्य, विशेषताएं एवं विस्तृत वर्णन

आपको बता दें कि गायत्री मंत्र को सभी मंत्रों का सेतु भी कहा जाता है,क्योंकि इस Gayatri mantra में अद्वितीय शक्ति है, जो हमारे आंतरिक मन तथा आत्मा को पवित्र करके हमें परमात्मा से जाडता है। 

इस प्रभावशाली गायत्री मंत्र का  प्रत्येक दिन (Gayatri Mantra) का जाप करना चाहिए। इससे मन,शरीर से लेकर घर में भी सकारात्मक प्रभाव बना रहता है। इस गायत्री मंत्र जाप से आपको अद्भुत लाभ देखने को मिलेगा। फिर आपको पता चलेगा कि गायत्री मंत्र की शक्ति क्या है,गायत्री मंत्र के लाभ क्या है,गायत्री मंत्र के चमत्कार और नुकसान क्या है, गायत्री मंत्र का मानसिक जाप क्या है, महिलाओं के लिए गायत्री मंत्र कौन सा है,गायत्री मंत्र का अर्थ,भाव महत्व तथा महात्म क्या है, शिव,काम,ब्रह्मा गायत्री क्या है, गायत्री मंत्र की उत्पत्ति कहाँ से हुयी, आदि सवालों के लिए इस आर्टिकल में समाधान मिलेगा।

गायत्री मंत्र का महत्व व विशेषताएं/Significance and Features of Gayatri Mantra

गायत्री मंत्र का हिन्दू धर्म में बडा महत्व माना गया है। चारों वेदों से मिलकर बनें इस गायत्री मंत्र का उच्चारण करने से जीवन में खुशियों का संचार होने लगता है।ब्रह्मा,बिष्णु,महेश तथा समस्त ऋषि-मुनियों ने शक्तियां पाने के लिए गायत्री मंत्र का ही सहारा लिया था।वेदों की रचना 1500 ई.और सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद में ही गायत्री मंत्र का उल्लेख है।इसके उच्चारण और नियमित ध्यान साधना से व्यक्ति को अद्भुत लाब प्राप्त होते है,तथा परमार्थ हासिल करके अंत में मोक्ष प्राप्त करते है।गायत्री को ही सूर्य के आवाहन का मंत्र कहा जाता है। मंत्रोच्चारण के समय हमारी इन्द्रियां सूर्य से अद्वितीय शक्तियाँ प्राप्त करती है। 

ऐतरेय ब्राह्मण ग्रंथ मे कहा गया है -- 

``ज्ञानं त्रायते सा गायत्रीʼʼ 

अर्थात  - जो प्राणों की रक्षा करे वही गायत्री है,यह मंत्र भय दूर करता है और मानव की बुद्धि का विकास करता है।गायत्री ही उस बुद्धि का नाम है है व्यक्ति के अन्दर सद्भावना, अच्छे गुण,संस्कृति, संसकार,,नियम,परमार्थ और कल्याणकारी तत्वों का निर्माण कराती है।

इसीलिए कहा गया है --

``गीयते तत्वमनया गायत्रीतिʼʼ

अर्थात - जिस विवेक बुद्धि ऋतम्भरा प्रज्ञा से वास्तविक ज्ञान की अनुभूति होती है वही गायत्री है।

गायत्री मंत्र का अर्थ एवं भाव/Meaning of Gayatri Mantra

गायत्री मंत्र में कुल 14 शब्द है,और प्रत्येक शब्द की अलग व्याख्या है जो इस प्रकार है ---

1. ॐ     - ईश्वर,प्रणव,परमात्मा 
2. भूः     - प्राण स्वरूप (प्राण देने वाला)
3. भुवः    - दुखनाशक (दुखों को समाप्त करने वाला)
4. स्वः      - सुखस्वरूप (सख देने वाला)
5. तत्       - उस (परमात्मा)
6. सवितुः  - तेजस्वी (सूर्य के समान)
7. वरेण्यम्  - श्रेष्ठ (सबसे उत्तम)
8. भर्गः      - पापनाशक (पापों को हरने वाले)
9. देवस्य    - दिव्य (ईश्वर की अलौकिक शक्ति)
10. धीमही  - धारण करें (ध्यान धारणा)
11. धियो    - बुद्धि 
12. यो       - जो 
13. नः       - हमारी 
14. प्रचोदयात् - प्रेरित करें (हमें शक्ति दें)
गायत्री मंत्र का सम्पूर्ण अर्थ/full meaning of gayatri mantra
हम सभी उस प्राणस्वरूप,दुखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप,परमात्मा को हम अपने अन्तरमन अन्तः करण में धारण करें।  वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग प्रेरित करें।

गायत्री मंत्र के 14 चमत्कारी फायदे 

● गायत्री मंत्र जाप करने से हमारे शरीर में 110000 तरंगों का संचार शुरू होता है, जो कयी रोगों को समाप्त करता है।

● गायत्री मंत्र व्यक्ति के मस्तिष्क को साफ करके उसमें पवित्र विचारों का समावेश करता है, और शरीर तथा मन को आंतरिक रूप से शुद्धता प्रदान करता है।

● नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करने से अपने आज्ञा चक्र पर ऊर्जा का प्रभाव अनुभव कर पाएंगे,क्रोध,भय,अशान्ति आदि चीजें लुप्त हो जाएगी।

● गायत्री मंत्र जाप से व्यक्ति के अन्दर निरन्तरता आती है,वह भौतिक सुखों को भूलकर आध्यात्म से जुड जाता है।

● गायत्री मंत्र का प्रभाव सभी अनिवार्य अंगों को निर्देशित करता है तथा उनके सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है।

● गायत्री मंत्र के प्रभाव से बुद्धि में वृद्धि होती है और आपकी क्रिएटिविटी बढती है,तथा आपकी कार्य के प्रति एकाग्रता भी बढती है।

● गायत्री मंत्र व्यक्ति को उसके कर्मों से मुक्त कराता है तथा मोक्ष प्रदान करने में मदत करता है।

● गायत्री मंत्र जाप के अनेकों फायदे है इससे समस्त भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है तथा कुछ आध्यात्मिक लाभ ऐसे है जिनको शब्दों में बयां कर पाना सम्भव नहीं है। 

● गायत्री मंत्र के प्रभाव से तनाव तथा सभी मानसिक बीमारियां दूर होती है,तथा इन्द्रियों को बल मिलता है और सभी इन्द्रियां सक्रीय हो जाती है।

● गायत्री मंत्र जाप करने से शरीर का तापमान शुचारू रूप से कार्य करता है और ब्लड सर्कुलेशन सही कार्य करता है जो शरीर के गंदे विषाक्त बैक्टीरिया को बाहर फेंक देता है।

● गायत्री मंत्र में वह शक्ति है जो व्यक्ति को अच्छे गुण, कल्याणकारी तत्वों से भर देती है। जिससे मनुष्य को सद् गति प्रदान होती है वह अच्छे रास्ते का चयन करता है।

● गायत्री मंत्र जाप के प्रभाव से सांस सम्बन्धित परेशानियां दूर होती है,व्यक्ति के फेफड़े को साफ होकर मजबूती मिलती है तथा दिल सम्बन्धित सभी रोग दूर होते है।

● गायत्री मंत्र का प्रयोग हमेंशा परमार्थ के लिए होना चाहिए।क्योंकि जहाँ गायत्री का मंत्रोचार होता है वहाँ देवता भी सहायता करते है।

● गायत्री मंत्र के प्रभाव से देखने का हमारा नजरिया ही बदल जाता है,हमें हर जगह प्रेम,सद्भाव, आनंद ही नजर आता है तथा प्रकृति और जीवन की उपयोगिता मालूम होती है

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