Thursday 28 April 2022

Shaktishali mantra/इन 5 मंत्रों के जाप से आती है घर में सुख समृद्धि शान्ति व लक्ष्मी माता होती है प्रसन्न

जय श्री कृष्ण दोस्तों आज हम बात कर रहे है कि हमारे जीवन में खुशियाँ सुख समृद्धि व धन वैभव का आगमन कैसे हो, क्योंकि हमारे सनातन परंपरा में मंत्र जप को बहुत शुभ और मंगलकारी माना गया है। और इसका प्रभाव जीवन में अत्यधिक पढता है यदि बात करें मंत्र की तो इसका अर्थ होता है अपने मन को तंत्र में बांधना होता है,जो हमारी एकाग्रता को बडाता है और शान्ति प्रदान करता है, हिंदू धर्म में की जाने वाली पूजा से जुड़े कई ऐसे मंत्र बताए गये हैं, जिनके जप से चमत्कारिक लाभ मिलता है,आध्यात्मिक शक्ति बढती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढती है मान्यता है कि इन मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि आप इन्हें श्रद्धा और विश्वास के साथ जप करके बड़ी से बड़ी बाधाओं को पार कर सकते हैं। आइए उनमें से कुछ मंत्रों के बारे में जानते हैं जो आपकी मनोकामनाओं को पूरा करने में मददगार साबित होते हैं ----

Shaktishali mantra/इन 5 मंत्रों के जाप से आती है घर में सुख समृद्धि शान्ति व लक्ष्मी माता होती है प्रसन्न 

मंत्र श्लोक 

``कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । 

  करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥ʼʼ

अर्थात - हमारी दोनों हथेली  में भगवान विष्णु , माता लक्ष्मी और सरस्वती मां का वास होता है । इसलिए इस मंत्र का जाप सुबह उठते ही अपनी हथेलियों के दर्शन करते इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए । 


मंत्र श्लोक 

``गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति । 

  नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु ॥ʼʼ

अर्थात -  नहाते समय आपके शरीर में मौजूद नकारात्मकता को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करें और साथ ही पवित्र नदियों तथा तीर्थों का ध्यान करें । इस मंत्र का अर्थ है कि , हे गंगा , यमुना , गोदावरी , सरस्वती , नर्मदा , सिंधु , कावेरी सभी नदियां ! मेरे स्नान के दौरान इस जल में पधारें ।


मंत्र श्लोक 

``ॐ सूर्याय नमः ।ʼʼ

अर्थात - प्रातः स्नानादि करने के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य देव को अर्पित करें और इस दौरान इस मंत्र का कम से कम 11 बार इस मंत्र जप करें । सूर्य देव की कृपा से आपके कार्य सफल होंगे और आत्मविश्वास बढ़ेगा । 


मंत्र श्लोक  

``ॐ सह नाववतु । 

            सह नौ भुनक्तु । 

   सह वीर्यं करवावहै ।

             तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ।। 

   ऊं शान्तिः शान्तिः शान्तिः ।।ʼʼ

अर्थात - प्रतिदिन भोजन करने से पहले आपको अन्न प्रदान करने के लिए अन्य माता तथा ईश्वर के प्रति धन्यवाद प्रकट करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए ।


मंत्र श्लोक 

``जले रक्षतु वाराहः स्थले रक्षतु वामनः । 

अटव्यां नारसिंहश्च सर्वतः पातु केशवः ।।ʼʼ

अर्थात - प्रतिदिन रात को सोने से पहले इस मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है । इसके अलावा आप एक बार हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं । इस मंत्र के द्वारा आप ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि भगवान श्री हरि सभी दिशाओं से आपकी रक्षा करें ।

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