Saturday 30 July 2022

poem on martyrs of india/आजादी के अमृत महोत्सव पर कविता

poem on martyrs of india/आजादी के अमृत महोत्सव पर कविता
Ajadi ka amrit mahotsav
Ajadi ka amrit mahotsav

सलाम है मेरे इस वतन को पियारे,
जिसने जगत में दियी साख हमको ।
न मिट पाये गौरव भारत का जगत में,
ये भारत मेरी जान,दिल है हमारा ।।
ये भारत................................ हमारा ।।
न चाहूँ मैं शानो-शौकत इस वतन में, 
न रूपया न गाडी न शोहरत मैं चाहूँ ।
मैं चाहूँ बडे गौरव मेरी मां जगत में, 
कतरा-कतरा लहू का वतन पर लुटा दूं ।
ये भारत................................ हमारा ।।
नमन है उन गुमनाम शहीदों को जिसने,
दिया मेरे भारत को शहादत है अपनी ।
नमन है उन माओं, बहन बीबियों को,
जिसने वतन को दिया अपना सुख है ।
ये भारत.................................हमारा ।।
नमन है मेरे वेद शास्त्रों को जिसने,
दी हमने जहाँ को संस्कृति सभ्यता है ।
नमन है उन संभ्रांत बीरागनाओं को,
मिट गया खुद का सर्वस्व हुए वो अमर है ।
ये भारत...................................हमारा ।।
नमन है उस माता पत्नी बेटी बहन को,
जिनके सपनों का राही तिरंगे से लिपट आया ।
नमन है उस सुहागिन बहन वीरवधू को,
जिसने लाखों सुहागों पे किया खुद को समर्पित ।
ये भारत...........................हमारा ।।

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