Poem On Teacher day/ शिक्षक दिवस पर कविता एवं शिक्षक दिवस शायरी
Teacher day

दोस्तों गुरू हमारे जीवन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है,मनुष्य को गुणवत्तापूर्ण बनाने व समाज और देश के निर्माण में शिक्षक का बहुत बड़ा योगदान है,, आज हम आपको इस आर्टिकल में Guru Par kavita,Shayari शिक्षक दिवस पर कविता व शायरी Shikshak Par Hindi poem Shayari गुरु पर शायरी अध्यापक पर कविता, Guru Par Shayari in Hindi, teacher day Love Heart Touching poem आदि शिक्षक की महिमा का वर्णन एवं गुणों का वर्णन करते हुए ये कविता आपके सामने है..
जीवन के घोर अंधेरों में गुरू ज्योति दिखाई आपने ।
राह दिखाकर सत्य का हर भ्रम मिटाया गुरू आपने ।।
नन्हे से कदम लेकर जब मैं आया था पहली बार यहाँ ।
थामके मेरी ऊंगली को चलना भी सिखाया गुरू आपने ।।
तुम सत्य हो, तुम जीत हो, तुम सफता उम्मीद हो ।
तुम मूल हो, तुम नीति हो, तुम ज्ञान की तलवार हो ।।
तुम ईश हो, तुम परमात्मा हो, तुम मात और पिता भी हो ।
तुम गीता हो, कुरान हो, तुम ही वेद और पुराण हो ।।
तुम ब्रह्म हो,ब्रह्माण्ड हो, नक्षत्र और कर्मकाण्ड हो ।
तुम तीर्थ हो तुम धर्म हो तुम आस और विश्वास हो ।।
तुम पथिक हो, कुम्हार हो, तुम राह और उम्मीद हो ।
तुम भूत हो भविष्य हो, तुम तेज, और सन्ताप हो ।।
तुम ब्रह्मा हो, बिष्णु हो, तुम ही तो तीसरा नेत्र हो ।।
तुम अष्टसिद्धि, नवो-निधि, तुम नवदुर्गा का स्वरूप हो ।
तुम प्रेम हो, अनुराग हो करूणा दया का संसार हो ।।
तुम अग्नि हो, तुम ज्वाला हो, तुम काल में महाकाल हो ।
तुम शीत हो, तुम शान्त हो, तुम ही तो चौदह रत्न हो ।।
तुम ओम् हो तुम शब्द हो, तुम ही सरस्वती गायत्री हो ।
तुम गगन तुम मेघ हो, तुम नदी पर्वत हिमालय हो ।।
तीन लोक त्रिदेवों में है गुरू से बडा न कोय ।
जब करता करे न कर सके गुरू करे सो होय ।।
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