Saturday 4 November 2023

Hindi Varnmala important Question (P.3) हिन्दी वर्णमाला के 20 महत्वपूर्ण प्रश्न व्याख्या सहित

 
Hindi Varnmala important Question (P.3) हिन्दी वर्णमाला के 20 महत्वपूर्ण प्रश्न व्याख्या सहित

प्रश्न 1. भाषा की सबसे छोटी इकाई है ?
A. शब्द
B. व्यंजन
C. स्वर
D. वर्ण
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व्याख्या -(D) वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है और इसे ध्वनि के नाम से भी जानते है। वर्ण और ध्वनि में एक अंतर भी होता है , जो इस प्रकार है : मौखिक भाषा को ध्वनि कहा जाता है वही लिखित भाषा को वर्ण कहते है। हिंदी में कुल 52 वर्ण है।

प्रश्न 2. ए’ , ऐ वर्ण क्या कहलाते हैं ?
A. नासिक्य
B. मूर्धन्य
C. ओष्ठ्य
D. कंठ-तालव्य
व्याख्या :

उत्तर - कण्ठतालु सूत्र के अनुसार ए और ऐ कण्ठतालव्य वर्ण हैं। जिन का उच्चारण स्थान कण्ठ और तालु दोनों होता है।
● नासिक्य वर्ण - ङ,ञ,ण,न,म
● मूर्धन्य वर्ण - "ट", "ठ", "ड", "ढ", "ड़", "ढ़", "ष" और "ण"
● ओष्ठ्य वर्ण - प, फ, ब, भ, उ, ऊ


प्रश्न 3. निम्नलिखित में से कौन.वर्ण अन्तःस्थ नहीं है?
A. य
B. ह
C. र
D. व

व्याख्या
उत्तर (c) य,र,ल,व अंतस्थ व्यञ्जन होते है। और ह वर्ण ऊष्म व्यञ्जन है।

प्रश्न 4. य, र, ल, व व्यंजनों को कौन सा कहते हैं ?
A. स्पर्श व्यंजन
B. अन्तःस्थ व्यंजन
C. ऊष्म व्यंजन
D. उपर्युक्त में से कोई नहीं


व्याख्या
उत्तर - (b) अंतस्थ व्यंजन उन व्यंजनों को कहा जाता है जो जीभ, तालु, दन्त, ओष्ठ के स्पर्श से होता है किन्तु ये अंग कहीं भी एक-दूसरे का पूर्ण स्पर्श नहीं करते। ये संख्या में चार हैं- य, र, ल, व  वर्णों के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हर भाषा की अपनी एक वर्णमाला होती है। हिंदी भाषा में वर्ण दो प्रकार के होते हैं: स्वर और व्यंजन।  
●ऊष्म व्यंजन - वायु मुख से रगड़ खाकर ऊष्मा पैदा करती है यानी उच्चारण के समय मुख से गर्म हवा निकलती है। ऊष्म व्यंजन चार होते हैं : श, ष, स, ह।
● स्पर्श व्यंजन को वर्गीय व्यंजन के नाम से भी पहचाना जाता हैं। इनकी संख्या 25 होती है ।
जैसे:
‘क’ वर्ग – क, ख, ग, घ, ङ
‘च’ वर्ग – च, छ, ज, झ, ञ
‘ट’ वर्ग – ट, ठ, ड, ढ, ण
‘त’ वर्ग – त, थ, द, ध, न
‘प’ वर्ग – प, फ, व, भ, म


प्रश्न 5. हिन्दी वर्णमाला में ऊष्म व्यंजन कौन कौन.से हाते हैं?
A. श, ष, स, ह
B. त, थ, द, ध
C. ट, ठ, ड, ढ
D. च, छ, ज, झ
व्याख्या

उत्तर - (a) श,ष,स, ह
बाकी तीनो स्पर्श व्यञ्जन में आते है जिनकी सथख्या 25 होती है।


प्रश्न 6. हिन्दी के जिन वर्णों का उच्चारण करते समय केवल सांस का प्रयोग किया जाए उन वर्गों को कहते हैं ?

A. अघोष
B. सघोष
C. अल्पप्राण
D. महाप्राण

व्याख्या
उत्तर - हिन्‍दी के जिन वर्णों का उच्‍चारण करते समय केवल श्‍वास का प्रयोग किया जाए उन वर्णों को अघोष वर्ण कहते हैं। जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर तंत्रियों में कंपन नहीं होता है और वर्णों का उच्‍चारण करते समय केवल श्‍वास का प्रयोग किया जाता है, उन्हें अघोष वर्ण कहते हैं।
क/ख, च/छ, त/थ, ट/ठ, प/फ अघोष हैं, जबकि ग/घ, ज/झ, द/ध, ड/ढ, ब/भ घोष हैं।
● अल्पप्राण व्यञ्जन होते हैं - इनकी सङ्ख्या २० होती है। क ग ङ च ज ञ ट ड ण ड़ त द न प ब म य र ल व इसमें वर्ग का पहला, तीसरा, पाँचवा अक्षर आता है।
● महाप्राण व्यञ्जन कहते हैं। इनकी संख्या १५ होती है। ख घ छ झ ठ थ ध फ भ ढ़ श ष स ह इसमें वर्ग का दूसरा, चौथा अक्षर आता है ।


प्रश्न 7. प्रयत्न के आधार पर ल वर्ण किस प्रकार की ध्वनि है?
A. उत्क्षिप्त
B. प्रकंपित
C. पार्श्विक
D. इनमें से कोई नहीं


व्याख्या :
उत्तर - (c) प्रयत्न के आधार पर ल वर्ण पार्श्विक ध्वनि है?
● उत्क्षिप्त व्यंजन में दो वर्ण आते हैं - ड़ और ढ़।
● लुंठित या प्रकंपित व्यंजन वह व्यंजन होता है जिसके उच्चारण में जिह्वा का अग्र भाग कंपन करता है अथवा थरथराता है । हिन्दी वर्णमाला में "र " लुंठित व्यंजन है ।


प्रश्न 8. निम्नलिखित में से कौन पश्च स्वर है?
A. आ
B. अ
C. ढ
D. ब


व्याख्या :
उत्तर - (a) पश्च स्वर – जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का पिछला भाग सक्रिय रहता है, उन्हें 'पश्च स्वर' कहते हैं। जैसे– आ, उ, ऊ, ओ, औ, ऑ।
● उच्चारण की दृष्टि से अ निम्नतर,मध्य,अगोलित,ह्रस्व स्वर है ।
● 'ढ', जो की 'ट' वर्ग से है, का उच्चारण मूर्धा से होता है इसलिए इसे मूर्द्धन्य ध्वनि हैं।
● ब -  ओष्ठ्य वर्ण कहते हैं।

प्रश्न 9. निम्नलिखित में से ओष्ठ ध्वनि नहीं है ?
A. फ  में
B. म  में
C. च  में
D.  प  में

व्याख्या :
उत्तर (c) क्योंकि च वर्ण की ध्वनि तालु है ।
फ,प,म - वर्ण की ध्वनि ओष्ठ है ।


प्रश्न 10. आयोगवाह’ वर्ण कौन-से हैं?
A. अ, आ
B. इ,ई
C. उ,ऊ
D. अं, अः

व्याख्या :
उत्तर - (d) अं,अः अयोग्यवाह ध्वनि है ।
● उ,ऊ ओष्ठ ध्वनि है ।
● इ,ई तालु ध्वनि है ।
● अ,आ कंठ ध्वनि है ।


प्रश्न 11. श, ष, स, ह कौन से व्यंजन कहलाते हैं?
A. प्रकम्पी
B. स्पर्शी
C. संघर्षी
D. स्पर्श-संघर्षी

व्याख्या :
उत्तर - (c) जिन व्यंजनों के उच्चारण में एक प्रकार की गरमाहट या सुरसुराहट-सी प्रतीत होती है, ऊष्म व्यंजन कहलाते हैं, और इन्हें ही संघर्षी व्यञ्जन भी कहते है -
 जैसे श, ष, स और ह।


प्रश्न 12. निम्न में से कौन व्यंजन पार्श्विक है?
A. झ
B. य
C. ल
D. श


व्याख्या :
उत्तर -(c) पार्श्विक: जिन व्यंजनों के उच्चारण में जीभ तालु को छुए किन्तु पार्श्व (मुंह के दोनों बगल) में से हवा बाहर निकल जाए, उन्हें पार्श्विक व्यंजन कहते हैं। दूसरे शब्दों में- जिनके उच्चारण में जिह्वा (जीभ) का अगला भाग मसूड़े को छूता है और हवा पाश्र्व (बगल) आस पास से निकल जाती है, वे पार्श्विक कहलाते हैं। हिन्दी में केवल "ल" व्यंजन पार्श्विक है।

प्रश्न 13. हिन्दी तालव्य ध्वनियाँ हैं
A. च, छ, ज, झ
B. क, ख, ग, घ
C.  त, थ, द, ध
D. ट, ठ, ड, ढ

व्याख्या :
उत्तर - (a) च,छ,ज,झ,ञ - तालु वर्ण
• क,ख,ग,घ,ङ - कंठ्य वर्ण
• त,थ,द,ध,न - दन्त्य वर्ण
• ट,ठ,ड,ढ,ण - मूर्धन्य वर्ण

प्रश्न 14. श ध्वनि का उच्चारण स्थान है ?
A. ओष्ठय
B. तालव्य
C. दन्त
D. मूर्द्धा

 
व्याख्या :
उत्तर - (b) श' ध्वनि का उच्चारण स्थान 'तालु' है। तालव्य जिन व्यंजनों के उच्चारण में जिह्वा का अग्र कठोर तालु को स्पर्श करता है, तालु व्यंजन कहलाते हैं। जैसे - च, छ, ज, झ, ञ और श, य। अतः सही विकल्प 'तालु' है।

प्रश्न 15. कौन.सी ध्वनि अल्पप्राण है?
A. ध
B. थ
C. त
D. फ

 
व्याख्या :
उत्तर - (c) अल्पप्राण— जिन वर्णों के उच्चारण में श्वास (प्राण) वायु की मात्रा कम (अल्प) होती है, उन्हें अल्पप्राण वर्ण कहते हैं। दूसरे शब्दों में, जिन ध्वनियों के उच्चारण में 'हकार' की ध्वनि नहीं सुनाई पड़ती उन्हें अल्पप्राण कहते हैं। ये हैं:–
(क) प्रत्येक वर्ग का प्रथम, तृतीय और पंचम वर्ण:—
कवर्ग – क, ग, ङ
चवर्ग – च, ज, ञ
टवर्ग – ट, ड, ण
तवर्ग – त, द, न
पवर्ग – प, ब, म
(ख) अंतःस्थ व्यंजन:—
य, र, ल, व

प्रश्न 16. निम्नलिखित में से कौन.सा दंत्योष्ठ्य है?
A. म
B. फ
C. थ
D. व

 
व्याख्या :
उत्तर - (d) दन्त्योष्ठ्य वे वर्ण जिनका उच्चारण ऊपर के दांत एवं नीचे के होठों की सहायता से होता है, उन्हें दन्त्योष्ठ्य कहते हैं। इस वर्ग में व आता है।

प्रश्न 17. हिन्दी की स्पर्श, घोष, महाप्राण, दन्त्य, व्यंजन ध्वनि है?
A. भ
B. ह
C. थ्
D. उक्त सभी

 
व्याख्या :
उत्तर - (c) दिये गए विकल्पों में से विकल्प c 'थ' सही उत्तर है। स्पर्श व्यंजन, दन्त्य ध्वनि, घोष और महाप्राण ध्वनि है: थ  महाप्राण ध्वनि - महाप्राण व्यंजन वह व्यंजन होतें हैं जिन्हें मुख से वायु-प्रवाह के साथ बोला जाता है, जैसे की 'ख', 'घ', 'झ' और 'फ'। ​अघोष- वह व्यंजन होतें हैं जिनका उच्चारण करते समय स्वर तंत्रियाँ झंकृत नहीं  हैं। जैसे- क, ख आदि। दन्त्य वर्ण- जिन वर्णों का उच्चारण में दाँतो का प्रयोग किया जाता है। त,थ,द,ध,न आदि दन्त्य वर्ण हैं।


प्रश्न 18. निम्नलिखित में से कौन.सा स्वर संवृत्त है?
A. आ
B. इ
C. ऐ
D. ऊ

 
व्याख्या :
उत्तर - (b) संवृत स्वर (close vowel) या ऊँचा स्वर (high vowel) ऐसी स्वर ध्वनि होती है जिसमें, बिना व्यंजन की ध्वनि बनाए, जिह्वा को मुँह में जितना सम्भव हो सके उतना ऊँचा और तालू से समीप रखा जाता है। उदाहरण के लिए "इ,ई" ऐसा एक स्वर है।


प्रश्न 20. हिन्दी की मूर्धन्य ध्वनियाँ हैं ?
A. प, फ, ब, भ
B. त, थ, द,थ
C. ट, ठ, ड, ढ
D. क, ख, ग, घ

 
व्याख्या :
उत्तर - (c) मूर्धन्य व्यंजन ऐसे किरीट व्यंजन (यानि जिह्वा के लचीले के सामने के हिस्से से उच्चारित) होते हैं जो जिह्वा द्वारा वर्त्स्य कटक और कठोर तालू के बीच उच्चारित होते हैं। इनमें "ट", "ठ", "ड", "ढ", "ड़", "ढ़", "ष" और "ण" शामिल हैं।

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