Wednesday 22 June 2022

Yoga Poem in hindi योगा का जीवन में महत्व

Yoga Poem in hindi योगा का जीवन में महत्व
Yoga Poem

योगा का जीवन में इतना महत्व ।
जितनी तन में है सांसों की डोरी ।
योग पहुंचाएं स्वर्ण सुमेरू,बिना योग रोगों का डेरा ।
सुडौल शरीर बत्तीसी काया,बस में रहती उसकी माया ।
स्वस्थ शरीर पाता मानव जो योग को सखा बनाता है ।
अनिंद्रा,आलस,त्रिदोष मिटाता जो नित्य योग अपनावे ।
अस्सी में भी दौड लगाएं पाचन करे न बाधा ।
जिसने योग का मोल न समझा उसका जीवन आधा ।
कर्म इन्द्रियां ज्ञान इन्द्रियों का होता विकास गती से है ।
शुद्ध विचारों का वेग बडता होती जग प्रसिद्धि मती से है ।
अनुपम छवि दिखाते वेद,विश्व प्रसिद्धि होता भारत ।
लोगों ने माना संजीवनी इसको,इसीलिए सब करते योग ।
योगा का जीवन में इतना महत्व ।
जितनी तन में है सांसों की डोरी ।

0 comments: