Lambi umar jeene ke upay in hindi लम्बी उम्र जीने के सटीक उपाय?जानिए क्यों कम उम्र में मर रहा है मनुष्य?

नमस्कार दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं कि आखिर मनुष्य की उमर इतनी कम क्यों हो रही है?क्यों व्यक्ति की सांसें जल्दी थम रही है?क्या आप 100 साल से ऊपर जीने की ख्वाहिश रखते है? यदि हाँ, तो बिल्कुल संकोच न करें।आज मै आपको वैज्ञानिक तथा शास्त्रीय तथ्यों के बारे मे बता रहा हूं। क्या आपको याद है, न्यूटन की Low of Anarshiya लॉ ऑफ़ एनर्शिया की? वस्तु और भौतिक पदार्थ (Matter) हमेशा वर्तमान में बने रहना चाहते हैं। यदि आप भी लम्बा जीवन जीना चाहते हैं, तो अपने दिलो-दिमाग की बुनियाद बेहद ठोस और मजबूत करलो। यह वैज्ञानिक तथा शास्त्रीय उपाय आपको एक लम्बे सफर की तैयारी में सक्षम बनायेगा, जिससे आपको शरीर और मन की देखभाल के बड़े आयोजन में जुटे रहने की ऊर्जा देगा।
👉लम्बे जीवन जीने का शास्त्रीय महत्व
क्या आपने कभी यह सोचा कि कोई ऋषि-मुनि 500-700 साल तक कैसे जीवित रह सकता है जबकि आम आदमी 100 से ऊपर नहीं जी पाता है। जबकि दोनों ही मानक है और दोनों की ईश्वर ने एक जैसी ही दे रखी है। तो फिर ऋषि-मुनि ऐसा कैसे कर पाते है यह सब हम आपको बताने वाले है किन्तु कुछ लोग इसे अपवाद मानेंगे लेकिन दोस्तों यह अपवाद नहीं हकीकत है जिससे हम अभी अनभिज्ञ है अनजान है। आज हम आपको एक नही कयी उदाहरणों के माध्यम से आपको समझाएंगे। तो चलिए जानते है लम्बे जीवन जीने के आसान उपयों तथा कारणों के बारे मे .....👉 लम्बे जीवन जीने के वैज्ञानिक तथा शास्त्रीय उपाय एवं प्रमुख कारण
शास्त्र और वैज्ञानिक एक साथ दोनो गलत नहीं हो सकते । और ना ही यह गलत हो सकता है कि आदमी 500-700 साल तक जीवित रहता है। जब इतना लम्बा आदमी जीवित रह सकता है तो हम क्यों नही। इसका प्रमुख कारण भी हम ही है। एक उदाहरण के माध्यम से आपको समझा रहा हूँ ----( जिस तरह हम मोबाइल में जब रीचार्ज करते है तो वो हम पर डिपेंड करता है कि हम उसे एक दिन में खत्म करें या एक महीने में, जबकी उसकी वैलिडिटी एक महीने की ही होती है।) ठीक उसी प्रकार से यह नीति हम पर भी लागू होती है।
स्वर के नियंत्रण से आयु की वृद्धि होती है । यह नियंत्रण मनुष्य के ब्रह्मचर्य पर निर्भर करता है । इसके नियंत्रण में साधक को भोजन , भूख के अनुसार हल्का होना चाहिए । अधिक खाने वाले का श्वास तेज ( जल्दी - जल्दी ) चलता है । अगर पेट में एक किलो का स्थान है तो उसमें आधा किलो अन्न देना चाहिये बाकि एक पाव जल तथा एक पाव हवा का स्थान रहना चाहिए । मनुष्य एक मिनट में औसतन पन्द्रह बार श्वास लेता है Humans breathe an average of fifteen times a minute तथा चौबीस घंटे में इक्कीस हजार छव सौ (21600) बार श्वास लेता है । इसके अनुसार मनुष्य की आयु सौ वर्ष मानी गई है। यानी हम अपनी सांसों को व्यर्थ में वेस्ट करते है, आपको अन्य जीवो को साक्षात उदाहरण बता रहें है जिससे आपको यकीन हो जाएगा कि वास्तव में हम ही गलत है।
1- सर्प (सांप) - सर्प एक मिनट में केवल तीन बार श्वास लेता है । इसके अनुसार इसकी आयु एक हजार (1000) वर्ष मानी गई है ।
2- कछुआ - कछुआ एक मिनट में दो बार श्वास लेता है । इस तरह इसकी आयु दो हजार (2000) वर्ष मानी गई है ।
3- कुत्ता ,घोड़ा - इनकी बहुत कम आयु होती है।क्योंकि ये जीव बहुत जल्दी स्वांस लेते है ।
यानी जो जल्दी स्वांस लेते है उनकी कम आयु होती है और जो कम श्वास लेते हैं उनकी आयु अधिक होती है | इसलिये योगी , मुनि जो पहाड़ के कंदराओं में रहते हैं वे रेचक , पूरक कुंभक प्राणायाम के द्वारा प्राणयायु को जोत लेते हैं इसलिये उनकी आयु अथाह होती है । स्वर योग के नियमानुसार साधक को दाहिने स्वर में भोजन करना तथा बायें स्वर में जल पीना चाहिए । सो कर उठने पर १५ मिनट के बाद जल पीना चाहिए ।
तो आज के इस आर्टिकल मे आपने समझा ही होगा कि कैसे हम अपनी आयु को बडा सकते है।
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