Monday 14 June 2021

key to success in hindi सफलता पाने के अहम सूत्र | जब संकट काल में कुछ हल न निकले तो अपनाएं ये 5 रास्ते

 key to success in hindi सफलता पाने के अहम सूत्र | जब संकट काल में कुछ हल न निकले तो अपनाएं ये 5 रास्ते

1- अपने आप पर तथा अपने कार्यों पर भरोसा करना

भरोसा और विश्वास एक ऐसक चीज है जो हमारी आंतरिक शक्ति I neet pawar को मजबूत करती है हमारी सोच उच्च स्तर की हो जाती है।हम सभी को कर्म पर भरोसा करना चाहिए। कर्म ही उसका भविष्य बेहतर बनाते हैं। उसकी आशायें बुलन्द होती है,और उसके अन्दर अपने कर्म से  भाग्य बदलने की क्षमता विकसित होती है। सबसे बडी बात उसके अन्दर सकारात्मकता आती है और दुनियाँ को देखने का नजरिया ही बदल जाता है।

2- सिर्फ वर्तमान को ठीक करो

भविष्य और भूत मे जीने वाला व्यक्ति अपने तीनो समय कालों को खराब करता है। और जो सिर्फ वर्तमान पर फोकस करता है और उसी नींव को मजबूत करता है उसका भविष्य सुरक्षित रहता है। बीते हुए पल को याद करने से मेमोरी लाॅस होती है।याददाश्त भी कमजोर होने लगती है। इसीलिए न तो भविष्य के बारे में अधिक सोचे और न भूत को याद करें केवल जो समय चल रहा है उसी पर फोकस कीजिए सबकुछ अच्छा होगा ।


3- कार्य के परिणाम के बारे में अधिक न सोचे

असफलता हमें तब मिलयी है जब हम कार्य के पूर्ण होने से पहले ही उसके परिणाम के बारे में सोचने लगते है कुछ लोग तो असफलता के डर से आगे ही नहीं बड पाते बीच में ही उस कार्य को छोड देते है। अगर असफलता मिलेगी तो आपको उसका अनुभव तो हासिल होगा ही। आपका छोटा प्रयास आपका जीवन बदल सकता है।इसीलिए लिए कार्य पूर्ण होने से पहले कभी परिणाम के बारे में न सोचे।

4- अपना रहस्य किसी को न बताए

कुछ लोग बेतुके होते है। काम ने चार दिन बाद होना है तो आज से ही ढिडोरा पीटने लगता है और वह काम सफल भी नहीं होता है। लेकिन जो व्यक्ति काम के पूरा न हो जाने तक वह बात किसी को नहीं बताता है उसका समय से कार्य भी पूरा होता है और समाज मे भी शक्सियत पाता है। इसीलिए कार्य के पूर्ण न हो जाने तक अपने मन के भेद अपने सगे तक को नहीं बताना चाहिए।

5- शिक्षा में रूची लेना

सफल व्यक्ति वही होता है हर समय ज्ञान और शिक्षा को अपना मित्र बनाता है। हारता वही है जो अशिक्षित रहता है। हमेशा creative mind रखे कुछ न कुछ नया सीखने का प्रयास कीजिए।  शास्त्रों मे कहा गया है कि इस संसार में शिक्षा ही सच्ची दोस्त है जो उसका साथ कभी नहीं छोडती है। बुरे से बुरे समय में भी शिक्षित व्यक्ति हर समस्या का हल निकाल ही लेता है। लेकिन अशिक्षित व्यक्ति हार जाता है। शिक्षित व्यक्ति हर जगह मान-सम्मान भी पाता है। इसीलिए शिक्षा को हर पल अपना सच्चा दोस्त मानना चाहिए।

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